BY: MOHIT JAIN
मध्यप्रदेश के निमाड़ क्षेत्र यानी इंदौर संभाग के खरगोन और बड़वानी जिलों में अगले 24 घंटे के अंदर तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मंगलवार को इटारसी और छिंदवाड़ा में तेज बारिश हुई, जिससे सड़कों पर पानी भर गया।
भोपाल और इंदौर में भी बादल छाए रहने के साथ बूंदाबांदी के आसार हैं, जबकि कुछ जिलों में तेज धूप भी देखने को मिलेगी।
मौसम का कारण: सक्रिय चक्रवात और लोकल सिस्टम
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के आसपास तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवात) सक्रिय हैं, लेकिन इनका एमपी पर असर कम है। यही वजह है कि मंगलवार को कई जिलों में भारी बारिश नहीं हुई।
विभाग ने बताया कि अगले तीन दिन तक राज्य में तेज बारिश का अलर्ट नहीं है, लेकिन लोकल सिस्टम की गतिविधि से बारिश की झड़ी लग सकती है। पिछले एक सप्ताह से यही पैटर्न जारी है।
मानसून की वापसी: कई राज्यों से लौट रहा मॉनसून

मौसम विभाग के अनुसार, अब मानसून की वापसी भी शुरू हो गई है। आधे राजस्थान, गुजरात, पंजाब और हरियाणा के कई जिलों में मानसून लौट चुका है। इसी रफ्तार से अगर मानसून बढ़ता रहा तो मध्यप्रदेश के कई जिलों में भी बारिश की संभावना बढ़ सकती है।
16 जून से अब तक प्रदेश में 42.4 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है, जबकि सामान्य औसत 37 इंच है। यानी अब तक 7 इंच अधिक बारिश हो चुकी है।
इंदौर-उज्जैन संभाग में स्थिति बेहतर नहीं
इस मानसूनी सीजन में इंदौर और उज्जैन संभाग में बारिश अपेक्षाकृत कम रही। सबसे कम बारिश वाले जिलों में बुरहानपुर, बड़वानी, खंडवा, खरगोन और शाजापुर शामिल हैं।
वहीं, ग्वालियर और चंबल-सागर संभाग में बारिश अधिक हुई है। ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, दतिया और श्योपुर में कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है।
मुख्य आंकड़े:
- गुना: 65 इंच
- मंडला: 59 इंच
- श्योपुर: 56.3 इंच
- शिवपुरी: 54.3 इंच
- अशोकनगर: 54.1 इंच
- खरगोन: 25.9 इंच
- शाजापुर: 26.9 इंच
- बुरहानपुर: 26.9 इंच
- खंडवा: 27.2 इंच
- बड़वानी: 27.3 इंच
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि खरगोन और बड़वानी में तेज बारिश हो सकती है, इसलिए स्थानीय लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है।