पुलिस अधीक्षक को दिया शिकायती आवेदन छिपे कैमरे से पत्नी की क्रूरता की सच्चाई हुई उजागर
मेरठ में पत्नी मुस्कान के द्वारा पति सौरभ के टुकड़े करके मारने की घटना के बाद डरे पति लोकेश ने आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अपनी ही पत्नी की क्रूरता की कहानी बताते हुए ज्ञापन सौंपा और मदद की गुहार लगाई की मुझे मेरी पत्नी से बचाओ सहाब
ज्ञापन के माध्यम से बताया गया है कि प्रार्थी लोकेश कुमार मॉझी पुत्र श्री जगदीश कुमार मॉझी उम्र-30 वर्ष स्थाई निवासी मोहल्ला रामबाग चीरघर के पास तहसील अजयगढ़ जिला पन्ना म.प्र. हाल निवासी-धवारी चौराहा वन स्टाप सेंटर के पास, थाना-सिटी कोतवाली, जिला-सतना में निवास करता हूँ। तथा रेल्वे विभाग में लोको पायलट के पद मे पर पदस्थ हूँ। मेरा विवाह अनावेदिका हर्षिता रैकवार के साथ जून 2023 मे हिन्दू रीति रीवाज के अनुसार सम्पन्न हुआ था। शादी के बाद से ही मेरी पत्नी, सास व साला रूपयों व सोने-चांदी की मांग को लेकर मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताडित करना शुरू कर दिये थे। चूंकि मैने एक गरीब घर की लडकी से शादी करने का फैसला किया था मैने शादी में कोई भी दान दहेज नहीं लिया था क्योकि अनावेदिका के घर के लोग बहुत गरीब थे तथा अनावेदिका के पिता पट्रोल पम्प में नौकरी करते है। शादी के बाद से ही मेरी पत्नी मेरे माता-पिता से बात नही करने देती है और न ही मेरे घर मे किसी को आने देती तथा न ही दोस्तो से मिलने व बात न ही घर के काम में मदद सहयोग करने देती है मेरी पत्नी मुझे गाली गलौज व मारपीट करती रहती है तथा उसी की मारपीट के कारण मैने अपने घर में कैमरा लगाया हुआ है जो वीडियो मेरे पास आज भी मौजूद है। मुझसे मेरी पत्नी लडाई झगडा करने के बाद पन्ना अयनी माँ व भाई को सतना बुलाया तथा मेरे ही घर की बात को लेकर विगत दिनांक-20 मार्च 2025 को समय करीब 12 बजे दिन मेरे साथ सभी लोगो ने मिलकर मारपीट किया था जिससे मेरे कई जगह चोटे आयी थी जिस पर मैने थाना सिटी कोतवाली सतना मे रिर्पोट किया था तथा जैसे ही मेरी पत्नी व उनके घर वालो को रिर्पोट की जानकारी हुई कि मैने थाने मे रिर्पोट किया वैसे ही मेरी पत्नी हर्षिता रैकवार धमकी देती है कि मैं आत्महत्या कर लूँगी तथा बेटी को भी मार डालूँगी और तुम्हे व तुम्हारे परिवार वालो को झूठे मुकदमे में फंसा दूँगी और जेल भिजवा दूँगी, चूकि मेरी पत्नी एक बार मच्छर मारने वाली दवा भी पी चूकी है, मै प्रार्थी बहुत भयभीत व परेशान हूँ। मैंने थाना अजयगढ में भी आवेदन पत्र दिया हूँ लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होने के कारण यह आवेदन देने की नौबत आयी।





