मंत्री श्री ए.के. शर्मा लगातार तीन दिनों से प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं व तीर्थयात्रियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं, सुरक्षा, स्वच्छता व सुशोभन की व्यवस्था को उच्चकोटि के बनाने के लिए प्रयासरत रहे। महाकुम्भ को बहुत शानदार बनाने के लिए मंत्री ए के शर्मा ने मेला क्षेत्र में कल्पवास कर रहे साधु संतों, शंकराचार्यों, जगतगुरूओं से मिलकर उनका आशीर्वाद लिया और महाकुम्भ की व्यवस्थाओं को लेकर उनके सुझाव भी जाने। साथ ही मंत्री ने देश विदेश के सभी श्रद्धालुओं एवं तीर्थयात्रियों को महाकुंभ की दिव्यता, भव्यता व अलौकिकता के दर्शन करने तथा पवित्र त्रिवेणी के संगम में स्नान करने के लिए पुनः आमंत्रित किया।
उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा लगातार तीन दिनों से प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र में लगातार श्रद्धालुओं व तीर्थयात्रियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं, सुरक्षा एवं स्वच्छता व साफ सफाई का निरीक्षण कर रहे और संबंधित अधिकारियों को साफ सफाई एवं व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त बनाये रखने के जरूरी निर्देश भी दे रहे हैं। उन्होंने प्रातःकाल निकलकर कुम्भ मेला क्षेत्र और शहर की सफाई व्यवस्था का भी जायजा लिया। नगर विकास मंत्री ने कुम्भ की व्यवस्थाओं का फीडबैक लेने के लिए मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं से मिले और मेला क्षेत्र में कल्पवास कर रहे साधु संतों, शंकराचार्यों, जगतगुरूओं से मिलकर उनका आशीर्वाद लिया और महाकुम्भ की व्यवस्थाओं को लेकर उनके सुझाव भी जाने।
मंत्री श्री ए0के0 शर्मा आज मंगलवार को महाकुंभ में द्वारका शारदापीठाधीश्वर परम पूज्य जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री सदानन्द सरस्वती जी महाराजश्री एवं परम पूज्य शंकराचार्य जगन्नाथपुरी स्वामी श्री निश्चलानंद जी महराजश्री से मिलकर आशीर्वाद लिया। साथ ही निरंजनी अखाड़ा के महामण्डलेश्वर पूज्य श्री कैलाशानंद जी महाराज और शाम्भवी पीठाधीश्वर पूज्य श्री स्वामी आनंदस्वरूप जी महाराज को मिलकर उन्हें नमन किया।
उन्होंने कहा कि 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन होने वाले शाही स्नान में सबसे ज्यादा 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इतनी बड़ी भीड़ के समुचित व्यवस्थापन के लिए आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। साथ ही इन व्यवस्थाओं की जमीनी हकीकत परखी जा रही है, जिससे कि कहीं पर भी कमी या चूक की गुंजाइश न रहे। महाकुम्भ की दिव्यता, भव्यता, सुरक्षा, स्वच्छता, सुंदरीकरण, लाइटिंग और हरियाली आदि व्यवस्थाओं की प्रशंसा देश विदेश से आये श्रद्धालु कर रहे। इसके लिए सभी सफाई कर्मी एवं व्यवस्था में लगे अन्य सभी कार्मिक बधाई के पात्र हैं। इनके परिश्रम से देश की सांस्कृतिक विरासत को पूरी दुनिया में पहचान मिल रही है।
नगर विकास मंत्री ने कहा कि महाकुम्भ भारत की धार्मिक, सांस्कृतिक, अध्यात्मिक विरासत का संगम व सनातन के धरोहर का अनमोल उपहार है। तीर्थराज प्रयाग की धरती के पावन त्रिवेणी संगम पर हजारों वर्षों से कुम्भ मनाया जा रहा है। मा0 प्रधानमंत्री जी के आशीर्वाद एवं मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार पूर्वांचल के विकास सहित प्रदेश के सभी पौराणिक तीर्थस्थलों, धरोहरों, धार्मिक विरासत का उद्धार एवं पुनर्निर्माण कर रही है। प्रयागराज में भी दर्जनों धरोहर हैं, जिनका पिछली सरकारों ने उपेक्षा किया और विकास के नाम पर विगत 70 वर्षों से एक ईंट भी यहां पर नहीं लगायी। उन्हांेने कहा कि प्रयागराज में नागवासुकी मंदिर, संगम तट पर लेटे हुए हनुमान जी का मंदिर, अक्षयवट, भरद्वाज ऋषि आश्रम, श्रृंगवेरपुर में निषादराज का स्थल आदि सभी धरोहरों का महाकुम्भ-2025 को लेकर कायाकल्प किया गया।
जन भागीदारी को बढ़ाने पर मंत्री ए के शर्मा का विशेष ज़ोर है। दिन भर के व्यस्त कार्यक्रम के बाद शाम को मंत्री ए.के. शर्मा ने सिविल लाईन चौराहे पर स्थित हनुमान मंदिर चौराहे पर नगर निगम द्वारा आयोजित स्वच्छता जागरुकता कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। साथ ही रेडियो सिटी की महाकुंभ स्वच्छता वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, स्वच्छता वैन के माध्यम से लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरुकता फैलाई जायेगी।
इस दौरान मंत्री एके शर्मा ने लोगों को प्लास्टिक के थैले के विकल्प में कपड़े के थैले और डस्टबिन का भी वितरण किया। शाम के इस कार्यक्रम में मेयर प्रयागराज, नगर आयुक्त प्रयागराज, अपर नगर आयुक्त प्रयागराज, सहित सभी अधिकारी कर्मचारी गण व सैकड़ों की संख्या में प्रयागवासी उपस्थित रहे।