रिपोर्ट- वंदना रावत, इशा अहमद
लखनऊ। देश की गंगा-जमुनी तहज़ीब की मिसाल पेश करते हुए लखनऊ में होली और जुमे की नमाज़ को लेकर सामाजिक सौहार्द की एक अनूठी पहल देखने को मिली। मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की अपील के बाद शहर की कई मस्जिदों में जुमे की नमाज़ का समय आगे बढ़ा दिया गया, ताकि दोनों समुदायों के धार्मिक आयोजन बिना किसी बाधा के संपन्न हो सकें।
होली समितियों ने किया सहयोग
14 मार्च को जुमे और होली का संयोग होने के चलते चौक क्षेत्र की होली समितियों ने आपसी सहमति से होली जुलूस को दोपहर 12:30 बजे तक समाप्त करने का फैसला लिया।
इसी तरह, मुस्लिम समाज ने भी सौहार्द्र की मिसाल पेश करते हुए नमाज़ का समय आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। शहर की विभिन्न मस्जिदों में नमाज़ के समय में 1 से 1.5 घंटे की देरी की गई, ताकि किसी को असुविधा न हो।
कई मस्जिदों में बदला जुमे की नमाज़ का समय
शहर की प्रमुख मस्जिदों में नमाज़ के समय में किया गया बदलाव:
जामा मस्जिद, रिंग रोड, खुर्रम नगर – पहले: 1:15 बजे → अब: 2:30 बजे
फातमी मस्जिद, मतीन पुरवा, खुर्रम नगर – पहले: 1:00 बजे → अब: 2:00 बजे
मस्जिद आयशा, कमला नेहरू नगर – पहले: 12:45 बजे → अब: 2:15 बजे
मस्जिद दो मिनारा, फ्रेंड्स कॉलोनी, विकास नगर – पहली नमाज़: 1:40 बजे, दूसरी नमाज़: 2:30 बजे
सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनेगा त्योहार
यह कदम लखनऊ की गंगा-जमुनी तहज़ीब का बेहतरीन उदाहरण है, जहां दोनों समुदायों ने एक-दूसरे की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए लचीला रवैया अपनाया।
सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने भी इस पहल की सराहना की और इसे भाईचारे और सौहार्द का प्रतीक बताया। प्रशासन ने भी इस फैसले को शहर की एकता और शांति बनाए रखने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास बताया है।





