BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर, मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश के इंदौर से लव जिहाद को लेकर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें पहली बार इसके पीछे आर्थिक फंडिंग के पुख्ता सबूत कैमरे पर दर्ज हुए हैं। इस खुलासे ने न सिर्फ राज्य की राजनीति को हिला दिया है, बल्कि पुलिस-प्रशासन और खुफिया एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया है। दो मुस्लिम युवकों ने कबूल किया है कि उन्हें हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर शादी करने के लिए पैसे दिए गए थे।
नकली पहचान, सोशल मीडिया और शादी का जाल
गिरफ्तार युवकों में से एक साहिल शेख ने खुद को सोशल मीडिया पर “अर्जुन” बताया, जबकि अल्ताफ ने खुद को “राज” के नाम से पेश किया। इन दोनों ने लड़कियों से सोशल मीडिया पर संपर्क साधा, दोस्ती की, प्रेम संबंध बनाए और फिर शादी का झांसा देकर उनका शारीरिक और मानसिक शोषण किया।
कबूलनामे में फंडिंग का खुलासा
पूछताछ और वीडियो में युवकों ने स्वीकार किया है कि उन्हें इस काम के लिए पैसे दिए गए। साहिल को 2 लाख रुपये और अल्ताफ को 1 लाख रुपये एडवांस के तौर पर दिए गए। पैसे देने वाला कोई और नहीं, बल्कि इंदौर का विवादास्पद कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी था।
कौन है अनवर कादरी?
अनवर कादरी का नाम अपराध और विवादों की लंबी फेहरिस्त में शामिल है। उस पर 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें डकैती, दंगा भड़काना, हत्या की कोशिश, सांप्रदायिक तनाव फैलाना और धार्मिक स्थलों पर हमला शामिल हैं। साल 1997 में उस पर डकैती का केस दर्ज होने के बाद से उसका नाम ‘डकैत कादरी’ के रूप में मशहूर हुआ।
हाल ही में “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाज़ी कराने का भी आरोप उस पर लगा था।
पुलिस ने कब उठाया मामला?
13 जून को इंदौर पुलिस ने साहिल शेख और अल्ताफ को गिरफ्तार किया। पूछताछ में सामने आया कि दोनों ने अनवर कादरी से पैसे लेकर लव जिहाद की साजिश रची। इसके बाद 16 जून को बाणगंगा थाना पुलिस ने कादरी के खिलाफ मामला दर्ज किया। इस मामले में कादरी पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) भी लगा दिया गया है।
कादरी फरार, बुलडोजर की तैयारी
पुलिस के शिकंजे से बचने के लिए अनवर कादरी फरार है, लेकिन उसे इस बात का डर सता रहा है कि उसकी अवैध संपत्तियों पर सरकार का बुलडोजर चल सकता है। यही कारण है कि उसने अदालत में याचिका दाखिल कर बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की है। लेकिन प्रशासन उसके खिलाफ कड़ा एक्शन लेने की तैयारी में है।
लव जिहाद का नेटवर्क या बड़ा षड्यंत्र?
इंदौर पुलिस को संदेह है कि कादरी ने सिर्फ साहिल और अल्ताफ को ही नहीं, बल्कि कई अन्य युवकों को भी इस तरह की गतिविधियों के लिए आर्थिक सहायता दी है। पुलिस इस नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही और भी खुलासे होने की उम्मीद है।
क्या कहता है प्रशासन?
राज्य सरकार ने साफ कर दिया है कि इस मामले में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। मुख्यमंत्री स्तर पर निगरानी की जा रही है और यदि आवश्यक हुआ तो कादरी के साथ जुड़े राजनीतिक चेहरों को भी जांच के दायरे में लाया जा सकता है।