Report: Punit sen
Anuppur: जिले के लखनपुर गांव में हुए दिल दहला देने वाले दोहरे हत्याकांड का पुलिस ने मात्र 48 घंटों में पर्दाफाश कर दिया। कोतवाली थाना पुलिस ने बताया कि मृतक राजेन्द्र उर्फ बबलू पटेल (40) और घरेलू सहायक सीमा बैगा (25) की हत्या किसी बाहरी दुश्मनी का नतीजा नहीं, बल्कि घर के ही सदस्य द्वारा रची गई सोची-समझी साजिश थी। इस वारदात के पीछे मृतक की पहली पत्नी से जन्मा बेटा आलोक उर्फ सूरज पटेल (18) ही मास्टरमाइंड निकला, जिसने अपने नाबालिग साथियों की मदद से यह खौफनाक योजना अंजाम दी।
Anuppur: जन्मदिन पर मिली फटकार बनी हत्या की वजह, बेटे ने रची खौफनाक योजना
जांच में सामने आया कि राजेन्द्र ने अपनी पहली पत्नी को छोड़कर दूसरी शादी कर ली थी। इसी के बाद से बेटे आलोक के मन में पिता के प्रति गहरी नाराजगी और संपत्ति को लेकर असंतोष पनपने लगा था। परिवार में हुए बदलाव से वह खुद को उपेक्षित महसूस करता था।
25 नवंबर को पिता के जन्मदिन पर हुए विवाद ने उसकी नाराजगी को और भड़का दिया। राजेन्द्र ने किसी बात पर आलोक को फटकार लगाई और थप्पड़ भी मार दिया। इसी अपमान से आहत होकर आलोक ने पिता और सौतेली मां को रास्ते से हटाने की योजना बना ली।
उसने अपने 16 वर्षीय दोस्त से बात की और पांच लाख रुपये में हत्या की सुपारी तय कर दी। खास बात यह है कि इस पूरी बातचीत को उसके नाबालिग साथी ने मोबाइल पर रिकॉर्ड कर रखा था। पुलिस ने वह रिकॉर्डिंग जब्त कर ली है, जो हत्या की अहम कड़ी साबित हुई।
Anuppur: हथियारों से किया गया निर्मम हमला, दो की मौत, एक गंभीर
पुलिस के अनुसार वारदात 9 और 10 दिसंबर की दरमियानी रात को अंजाम दी गई। आलोक अपने दो नाबालिग साथियों के साथ बाइक से लखनपुर पहुंचा। तीनों ने पहले से तैयार किए गए हथियार— कुल्हाड़ी, वसूला, लाठी और सिलबट्टा— का इस्तेमाल कर हमला किया।
राजेन्द्र और सीमा पर इतने क्रूर वार किए गए कि दोनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। वहीं घर में मौजूद रूपा पटेल गंभीर रूप से घायल हो गईं। उन्हें पहले जिला अस्पताल और फिर हालत बिगड़ने पर जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
10 दिसंबर की सुबह यह दर्दनाक दृश्य सामने आया, जब ग्रामीणों ने अर्धनिर्मित घर के बरामदे में दोनों के खून से लथपथ शव पड़े देख पुलिस को सूचना दी।
Anuppur: तीन आरोपी गिरफ्तार, दो अब भी फरार; छत्तीसगढ़ में तलाश जारी
कोतवाली पुलिस ने लगातार छानबीन कर 48 घंटे के भीतर इस जघन्य हत्याकांड को सुलझा लिया। आलोक उर्फ सूरज, उसका 16 वर्षीय साथी और एक अन्य किशोर को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने उनसे हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार और मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।
हालांकि, इस पूरे प्लान का एक मुख्य साथी देवेन्द्र सोनवानी और एक 17 वर्षीय आरोपी अभी फरार हैं। उनकी धरपकड़ के लिए पुलिस की विशेष टीमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न इलाकों में दबिश दे रही हैं।
Anuppur: पुलिस टीम को मिला इनाम, गांव में दहशत और सदमे का माहौल
पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान के निर्देश में हुई इस त्वरित कार्रवाई को देखते हुए पुलिस महानिदेशक ने जांच टीम के लिए 30 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है।
लखनपुर गांव में इस घटना ने दहशत फैला दी है। कोई यह विश्वास नहीं कर पा रहा कि पिता की हत्या का मास्टरमाइंड उनका अपना ही बेटा निकला। परिवारिक विवाद और उपेक्षा की भावना कैसे एक किशोर को अपराध के रास्ते पर ले गई, यह घटना इसका बेहद दर्दनाक उदाहरण बन गई है।





