नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल) के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़े तनाव के बीच लक्ष्य जनरल प्रतीक शर्मा को उधमपुर स्थित उत्तरी सेना कमांड का नया कमांडर-इन-चीफ नियुक्त किया गया है। उत्तरी कमान जम्मू-कश्मीर और लद्दाख सेक्टर में पाकिस्तान और चीन के खिलाफ ऑपरेशनल जिम्मेदारी संभालती है।
तीन दशकों के शानदार करियर वाले लक्ष्य जनरल शर्मा एक इन्फैंट्री ऑफिसर हैं, जिन्होंने विभिन्न ऑपरेशनल परिस्थितियों में सेवा दी है। उन्होंने ऑपरेशन पवन, मेघदूत, रक्षक और पराक्रम जैसे अहम अभियानों में भाग लिया है।
सरकार द्वारा 28 अप्रैल को उनकी नियुक्ति की मंजूरी से पहले ही, वह सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी के साथ पहलगाम हमले (जिसमें 26 लोगों की मौत हुई) के बाद श्रीनगर दौरे पर गए थे।
लक्ष्य जनरल शर्मा ने डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस, मिलिट्री सेक्रेटरी ब्रांच और सेना मुख्यालय में सूचना युद्ध (इनफॉरमेशन वारफेयर) के महानिदेशक जैसे प्रमुख पदों पर कार्य किया है। वह लक्ष्य जनरल एमवी सुचेंद्र कुमार का स्थान लेंगे, जिन्होंने 15 महीने तक इस पद पर कार्य किया।

पहलगाम हमले के बाद भारत की कार्रवाई
22 अप्रैल को पहलगाम के नजदीक बैसरान घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों पर गोलीबारी की थी, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक और सैन्य कार्रवाई तेज कर दी है, जिसमें शामिल हैं:
- सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) को निलंबित करना
- अटारी-वाघा बॉर्डर को अस्थायी रूप से बंद करना
- पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा (SAARC वीजा सहित) रद्द करना
- भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश
लक्ष्य जनरल शर्मा की चुनौतियाँ
उत्तरी कमान की जिम्मेदारी संभालते हुए उनके सामने प्रमुख चुनौतियाँ होंगी:
- पाकिस्तान-समर्थित आतंकवाद पर नियंत्रण
- चीन के साथ लद्दाख में सीमा तनाव का प्रबंधन
- कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करना
इस नियुक्ति के साथ, भारतीय सेना ने सीमा सुरक्षा और आतंकवाद निरोधक रणनीति को और मजबूत करने का संकेत दिया है।