हुब्बल्ली: उत्तर पश्चिम कर्नाटक रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (NWKRTC) के एक बस ड्राइवर पर ड्यूटी के दौरान नमाज पढ़ने का आरोप लगा है। ड्राइवर का नाम ए.के. मुल्ला है। यह घटना बेलगावी के पास हुई।
क्या हुआ था?
मुल्ला हनगल डिपो से विशालगढ़ जाने वाली बस चला रहे थे। रास्ते में उन्होंने बस रोक दी। फिर उन्होंने बस के अंदर ही नमाज पढ़नी शुरू कर दी। इस दौरान बस में कई यात्री भी मौजूद थे।
एक यात्री ने इस घटना की वीडियो बना ली। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो देखकर लोगों ने ड्राइवर की आलोचना की।
प्रशासन ने जांच शुरू की
NWKRTC के हावेरी डिवीजनल ट्रैफिक ऑफिसर अशोक पाटिल ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। उन्होंने कहा, *”हम कंडक्टर हडीमानी का बयान ले रहे हैं। यात्रियों से भी बात करने की कोशिश कर रहे हैं। 2-3 दिन में रिपोर्ट मिल जाएगी। फिर ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”*
लोगों की क्या राय है?
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने कहा कि ड्यूटी के दौरान धार्मिक कर्मकांड करना सही नहीं है। उनका कहना है कि पेशेवर काम के समय में निजी धार्मिक क्रियाएं नहीं होनी चाहिए।

क्या कहता है नियम?
सरकारी नौकरियों में कर्मचारियों को ड्यूटी के समय धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं होती। अगर कोई ऐसा करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
अब क्या होगा?
अधिकारियों ने कहा कि जल्द ही रिपोर्ट आ जाएगी। अगर ड्राइवर गलत पाया गया, तो उसे सजा मिल सकती है। सजा में वेतन कटौती या निलंबन भी हो सकता है।
निष्कर्ष:
यह मामला पेशेवरता और धार्मिक स्वतंत्रता के बीच संतुलन बनाने की जरूरत को दिखाता है। अधिकारियों को जल्द ही कोई फैसला लेना होगा।