BY: Yoganand Shrivastva
दिल्ली: पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से भारत में बसाने वाले एक बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है। इस मामले में 18 बांग्लादेशी नागरिकों और 8 भारतीयों को गिरफ्तार किया गया है। गिरोह पर आरोप है कि ये लोग फर्जी दस्तावेजों की मदद से असली पासपोर्ट बनवाने का काम कर रहे थे और बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारत में अवैध रूप से बसाने में मदद कर रहे थे। इसके बदले में उन्हें मोटी रकम मिलती थी।
फर्जी दस्तावेजों के जरिए नौकरी और सरकारी योजनाओं का फायदा
जांच में यह भी सामने आया है कि गिरफ्तार किए गए कई बांग्लादेशी नागरिकों ने फर्जी कागजात के आधार पर भारतीय पासपोर्ट बनवा लिया था। इतना ही नहीं, कुछ बांग्लादेशी नागरिक एयरलाइन कंपनियों में नौकरी पाने में भी सफल हो गए।
इसके अलावा, कुछ घुसपैठियों ने EWS कोटे का लाभ उठाकर अपने बच्चों का नामांकन नामी स्कूलों में करवा लिया। आधार कार्ड बनाने के लिए वे स्थानीय जनप्रतिनिधियों के फर्जी हस्ताक्षर वाले दस्तावेजों का इस्तेमाल करते थे।
हवाला नेटवर्क के जरिए पैसे भेजने का खुलासा
पुलिस जांच में पता चला कि भारत में कमाया गया पैसा हवाला नेटवर्क के माध्यम से बांग्लादेश भेजा जाता था। यह नेटवर्क फर्जी पहचान पत्र तैयार करने, घुसपैठियों को बसाने और उन्हें सुविधाएं दिलाने का काम करता था।
बांग्लादेशी घुसपैठ पर सख्त कार्रवाई
दिल्ली पुलिस पिछले कुछ समय से अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों पर शिकंजा कस रही है। कुछ दिन पहले ही दिल्ली के विभिन्न इलाकों से 24 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था।
दिल्ली के PWD मंत्री प्रवेश वर्मा ने हाल ही में चिल्ला गांव में निरीक्षण के दौरान बताया कि सरकारी जमीन पर अवैध रूप से रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों ने कब्जा कर रखा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन अवैध अतिक्रमणों को जल्द से जल्द हटाया जाए।
असम सरकार भी इस मामले पर कड़ा रुख अपना रही है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने बांग्लादेशी घुसपैठ को देश की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बताया और इसे रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की बात कही है।
दिल्ली पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई से भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों और उन्हें संरक्षण देने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, ताकि भविष्य में इस तरह की घुसपैठ को पूरी तरह रोका जा सके।
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