BY: MOHIT JAIN
आईपीएल 2026 के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं, भले ही नया सीजन मार्च से शुरू होगा, उससे पहले टीमों को अपने खिलाड़ियों का स्क्वाड तय करना होगा। ऑक्शन इस बार मेगा नहीं बल्कि मिनी ऑक्शन होगा, जिससे केवल कुछ खिलाड़ियों के चयन और बदलाव की प्रक्रिया होगी। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि टीमों के रिटेन और रिलीज फैसले इस बार का ऑक्शन प्रभावित करेंगे।
ऑक्शन भारत में, तारीखों पर टिकी नजर
पिछले दो सीजन तक ऑक्शन भारत के बाहर आयोजित हुआ था, लेकिन इस बार ऑक्शन भारत में ही होने की संभावना है। संभावित वेन्यू कोलकाता या बेंगलुरु माना जा रहा है, हालांकि नए स्थान का चयन भी हो सकता है। ऑक्शन 13 से 15 दिसंबर के बीच किसी भी दिन हो सकता है, लेकिन बीसीसीआई और आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने तारीख की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की है।

रिटेन और रिलीज की अंतिम तिथि, टीमों की रणनीति
टीमों को 15 नवंबर तक अपने रिटेन और रिलीज खिलाड़ियों की लिस्ट बीसीसीआई को सौंपनी होगी। रिटेन खिलाड़ी वे होंगे जिन्हें टीम अगले सीजन में अपने पास रखना चाहती है, जबकि बाकी खिलाड़ी ऑक्शन के लिए रिलीज किए जाएंगे। राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपरकिंग्स में इस बार बड़े बदलाव की संभावना अधिक है। अन्य टीमों में भी बदलाव की रणनीति चल रही है, लेकिन इसमें अभी तक कोई बड़ा नाम सामने नहीं आया है।
खिलाड़ियों और टीमों पर प्रभाव
टीमें अब अपने खिलाड़ियों के साथ बातचीत शुरू कर रही हैं और स्क्वाड में संतुलन बनाने की कोशिश कर रही हैं। ऑक्शन से पहले रिटेन और रिलीज की रणनीति टीमों के प्रदर्शन और सीजन की सफलता पर बड़ा असर डाल सकती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि इस बार का ऑक्शन और रिटेंशन प्रक्रिया पिछले साल की तुलना में अधिक प्रतिस्पर्धात्मक होगी।
इस तरह, IPL 2026 का मिनी ऑक्शन और रिटेंशन प्रक्रिया अगले सीजन की दिशा तय करेगी और टीमों के लिए रणनीतिक फैसलों का अहम दौर साबित होगा।





