BY: Yoganand Shrivstva
नई दिल्ली, भारत ने पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए ‘वी स्वॉर्ड’ मिसाइलों की आपातकालीन खरीद की प्रक्रिया शुरू कर दी है। रक्षा सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना 85 वी स्वॉर्ड मिसाइलें, 48 लॉन्चर और नाइट विजन साइट्स जल्द ही हासिल करेगी।
क्या है वी स्वॉर्ड मिसाइल?
‘वी स्वॉर्ड’ नाम से चर्चित इस मिसाइल का असली नाम हेलफायर R9X है। इसकी सबसे खास बात यह है कि इसमें कोई विस्फोटक सामग्री नहीं होती। इसके बजाय इसमें छह घातक ब्लेड लगे होते हैं, जो लक्ष्य के बेहद करीब पहुंचकर उसे टुकड़ों में काट देते हैं। यह प्रणाली खासतौर पर उन हालातों के लिए विकसित की गई है, जहां किसी आतंकी को आम नागरिकों के बीच से निशाना बनाना होता है – बिना आसपास किसी को नुकसान पहुंचाए।
भारत कैसे करेगा इसका इस्तेमाल?
सेना के सूत्रों की मानें तो यह मिसाइल उन आतंकवादियों को टारगेट करने के लिए उपयोग की जा सकती है जो भीड़भाड़ वाले इलाकों में छिपे होते हैं। मौजूदा हालात में पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठनों के खिलाफ इस मिसाइल का प्रयोग संभावित माना जा रहा है।
ड्रोन से होती है लॉन्चिंग
हेलफायर R9X मिसाइल को सामान्यतः ड्रोन से लॉन्च किया जाता है। इसकी सटीकता इतनी जबरदस्त होती है कि यह किसी इमारत या वाहन में बैठे व्यक्ति को बिना अतिरिक्त नुकसान के खत्म कर सकती है।
अमेरिका ने किया था सफल इस्तेमाल
इस मिसाइल ने दुनिया का ध्यान तब खींचा जब अमेरिका ने अल कायदा प्रमुख अयमान अल जवाहिरी को अफगानिस्तान के काबुल में इसी मिसाइल से मारा था। वह 9/11 आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड था। मिसाइल ने उसे बिना किसी धमाके के खत्म किया, जिससे आसपास के लोगों को कोई नुकसान नहीं हुआ।
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