जनवरी 2025 के बाद से देश में एक बार फिर कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में इजाफा देखा जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अब तक 6491 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं। बीते 24 घंटों में 358 नए मरीज सामने आए हैं।
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राज्यों में केसों की स्थिति
- केरल में सबसे अधिक 1,957 एक्टिव केस हैं
- गुजरात में 980, पश्चिम बंगाल में 747, और दिल्ली में 728 एक्टिव केस
- अब तक देश में 65 मौतें, जिनमें से 58 मौतें पिछले 10 दिनों में हुईं
स्वास्थ्य मंत्रालय की तैयारी
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने मॉक ड्रिल शुरू कर दी है और सभी राज्यों को निर्देश जारी किए हैं कि वे:
- अस्पतालों में ऑक्सीजन और आइसोलेशन बेड की व्यवस्था सुनिश्चित करें
- वेंटिलेटर और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता बनाए रखें
- सभी स्वास्थ्य सुविधाएं अलर्ट मोड पर रखें
राज्यों से ताजा अपडेट
गुजरात
- स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल ने बताया कि राज्य कोविड से निपटने के लिए तैयार है।
- अस्पतालों में ICU, वेंटिलेटर और जनरल बेड की पूरी व्यवस्था है।
- मौजूदा वैरिएंट ओमिक्रॉन परिवार का ही हिस्सा है लेकिन ज्यादा गंभीर नहीं।
केरल
- सभी अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
- बुखार, खांसी, जुकाम जैसे लक्षण होने पर कोविड टेस्ट जरूरी।
- जून 2023 की कोविड गाइडलाइन के अनुसार मरीजों का इलाज किया जाएगा।
महाराष्ट्र
- राज्य में जनवरी से अब तक 17 मौतें, जिनमें से 16 को अन्य बीमारियां भी थीं।
- 13,707 सैंपल्स की टेस्टिंग, जिनमें 1,064 पॉजिटिव केस सामने आए।
कर्नाटक
- गुलबर्गा मेडिकल साइंसेज में 25 बेड का कोविड वार्ड बनाया गया:
- 5 ICU बेड (वेंटिलेटर सहित)
- 5 हाई डिपेंडेंसी यूनिट
- 5 बेड प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए
- 10 सामान्य बेड
उत्तराखंड
- जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि:
- अस्पतालों में ऑक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें
- कोविड, इन्फ्लूएंजा, और रेस्पिरेटरी संक्रमणों की रिपोर्टिंग अनिवार्य करें
सिक्किम
- अब तक 526 सैंपल्स की जांच, जिनमें 15 पॉजिटिव केस।
- सभी अस्पतालों में:
- मास्क पहनना अनिवार्य
- सैनिटाइज़र का प्रयोग जरूरी
- कोविड प्रोटोकॉल का सख्त पालन
हिमाचल प्रदेश
- 4 जून से सभी अस्पतालों में मास्क अनिवार्य।
- पहला केस सिरमौर जिले के नाहन में 3 जून को पाया गया।
सरकार की अपील: घबराएं नहीं, सावधानी बरतें
सरकार का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है लेकिन सतर्कता जरूरी है। हर 6-8 महीने में कोविड मामलों में उछाल आना सामान्य है।
क्या करें?
- सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनें
- हाथों की सफाई और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें
- बुखार, खांसी, जुकाम जैसे लक्षण होने पर तुरंत टेस्ट कराएं
भारत में कोरोना संक्रमण की स्थिति फिर से चिंताजनक होती जा रही है। हालांकि मौतों की संख्या कम है, लेकिन सरकार और नागरिकों दोनों को मिलकर सतर्कता बरतनी होगी। यदि हर स्तर पर तैयारी और सावधानी बरती जाए, तो किसी भी संकट से निपटना संभव है।