रिपोर्टर: संजू जैन
बेमेतरा। जिले के बेरला क्षेत्र में स्थित शराब दुकान के पास इन दिनों अवैध चखना दुकानों का संचालन खुलेआम जारी है। स्थिति यह है कि एक ओर जहां लाइसेंस लेकर लाखों रुपये की लागत से आहता चलाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर बगैर अनुमति के अवैध चखना दुकानों ने व्यवसाय को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है।
लाइसेंसी आहता संचालक ने जताई नाराज़गी
लाइसेंसी आहता संचालक चोवाराम वर्मा ने बताया कि उन्होंने अधिकृत रूप से शराब दुकान के पास आहता का संचालन शुरू किया है, लेकिन अवैध चखना दुकानों की मौजूदगी से ग्राहक इधर-उधर भटक जाते हैं। इससे उन्हें काफी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।
उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले बेरला शराब दुकान के आसपास चल रहे अवैध चखना दुकानों और खुलेआम शराब सेवन की शिकायत भी संबंधित विभाग को दी गई थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है।
आबकारी विभाग ने दी सफाई
इस संबंध में आबकारी उप निरीक्षक निवेदिता मिश्रा ने बताया कि शिकायत विभाग को प्राप्त हुई थी, जिस पर कार्रवाई की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि विभाग आगे भी नियमित रूप से निरीक्षण करता रहेगा और जहां भी नियमों का उल्लंघन होगा, वहां कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासनिक चुप्पी से बढ़ रहा हौसला
स्थानीय लोगों का कहना है कि इन अवैध चखना दुकानों के खिलाफ समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। खुलेआम शराब पीना और अवैध चखना दुकानों का संचालन न सिर्फ कानून का उल्लंघन है बल्कि समाज के लिए भी खतरा है।
सवालों के घेरे में प्रशासन
इस पूरे मामले ने प्रशासनिक व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। एक तरफ सरकार की नीतियां शराब नियंत्रण और राजस्व वृद्धि पर केंद्रित हैं, वहीं दूसरी ओर बगैर लाइसेंस के चल रहे इन अवैध दुकानों से न तो सरकार को राजस्व मिल रहा और न ही कानून का पालन हो रहा है।