जामताड़ा: संथाल परगना प्रक्षेत्र के आईजी क्रांति कुमार ने जामताड़ा स्थित अनुमंडल पुलिस कार्यालय का वार्षिक निरीक्षण किया। इस दौरान पुलिस बल ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विभिन्न अभिलेखों की बारीकी से जांच की और लंबित मामलों के शीघ्र निपटारे के निर्देश दिए।
साइबर अपराध पर सख्ती
मीडिया से बातचीत के दौरान आईजी क्रांति कुमार ने बताया कि बीते सात महीनों में जामताड़ा और देवघर जिलों में 700 से अधिक साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से अधिकांश को अब तक जमानत नहीं मिली है। उन्होंने स्पष्ट किया कि साइबर अपराध पर नियंत्रण के लिए पुलिस पूरी ताकत के साथ कार्रवाई कर रही है।
आईजी ने कहा कि साइबर अपराध की बढ़ती चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण से न केवल अपराधियों की धरपकड़ में तेजी आई है, बल्कि अपराध नियंत्रण की दिशा में भी बेहतर परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
जामताड़ा पुलिस की सराहना
आईजी क्रांति कुमार ने जामताड़ा पुलिस के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि पहले यह इलाका साइबर अपराध का गढ़ माना जाता था, लेकिन अब स्थितियां बदल रही हैं। आधुनिक तकनीक और प्रभावी रणनीति के जरिये पुलिस अपराधियों तक पहुंच बना रही है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि लंबित मामलों का शीघ्र निपटारा किया जाए, ताकि पीड़ितों को समय पर न्याय मिल सके और जनता में सुरक्षा का विश्वास बना रहे।
आगे की रणनीति
इस निरीक्षण के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि जामताड़ा में साइबर अपराध पर नियंत्रण के लिए पुलिस लगातार सक्रिय है। आने वाले दिनों में इस दिशा में और भी कड़े कदम उठाए जाने की उम्मीद है, जिससे अपराधियों पर शिकंजा और कस सके।