रिपोर्टर: संजय सिंह सेंगर
खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के सिविल अस्पताल में सोमवार को स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाते हुए पहली बार जिला मेडिकल बोर्ड की शुरुआत की गई। इस पहल से दिव्यांगजन और अन्य जरूरतमंद नागरिकों को अब प्रमाण पत्र बनवाने के लिए अन्य जिलों का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा।
पहले दिन हुआ 44 नागरिकों का परीक्षण
मेडिकल बोर्ड के पहले दिन कुल 44 नागरिकों का परीक्षण किया गया। इनमें 33 दिव्यांगजन और 11 अन्य सामान्य आवेदनकर्ता शामिल थे। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने सभी का विस्तार से परीक्षण कर आवश्यक प्रमाण पत्र जारी किए।
अब यहीं मिलेगा दिव्यांगता और स्वास्थ्य प्रमाण पत्र
इससे पहले खैरागढ़ जिले के लोगों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र, फिटनेस सर्टिफिकेट या अन्य मेडिकल प्रमाण पत्र बनवाने के लिए राजनांदगांव जैसे बड़े जिलों में जाना पड़ता था। लेकिन अब जिला मुख्यालय के सिविल अस्पताल में ही यह सुविधा उपलब्ध हो गई है।
डॉक्टरों की विशेष टीम कर रही परीक्षण
इस मेडिकल बोर्ड में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम को नियुक्त किया गया है, जो हर सप्ताह नागरिकों के आवेदन के आधार पर परीक्षण करेगी और प्रमाण पत्र जारी करेगी। इससे न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि आर्थिक बोझ भी कम होगा।
जनता को मिल रही राहत, प्रशासन की सराहना
स्थानीय नागरिकों और दिव्यांग संगठनों ने इस पहल का स्वागत किया है। उनका कहना है कि यह कदम न सिर्फ दिव्यांगजनों की मदद करेगा बल्कि आम लोगों के लिए भी प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया को आसान बनाएगा।