हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के रामपुर झाकड़ी समेज खड्ड में हाइड्रो प्रोजेक्ट के नजदीक गुरुवार को बादल फटने की खबर है। जिसकी पुष्टि जिला आपदा प्रबंधन की ओर से कर दी गई है। बादल फटने की सूचना मिलते ही उपायुक्त अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
आपदा पर क्या बोले अधिकारी?
इस आपदा को लेकर उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि घटना की सूचना मिलते ही डीएसआरएफ, पुलिस बल और बचाव दल की टीमों को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया। साथ ही उन्होंने बताया कि बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र से 19 लोगों के लापता होने की जानकारी है। इस घटना के बाद से ही लोगों में दहशत का माहौल है। वहीं जिला प्रशासन ने लोगों से भारी बारिश होने की संभावना जताते हुए सतर्क रहने की सलाह दिया है।
डीसी अनुपम कश्यप के अनुसार भारी बारिश के बाद सड़क मार्ग कई जगह बंद हो गए हैं। जिससे लोगों को आने जाने में समस्या हो रही है। अधिकारी ने बताया कि बचाव दल के अफसरों व सदस्यों को बादल फटने की घटना से प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता मुहैया कराने को कहा गया है।
मलबे में बह गए मकान, पुल और जेसीबी मशीन
शिमला रायपुर के झाकरी में बीती रात बारिश के कारण घानवी और समेज खड्ड में बादल फटने के कारण जल स्तर काफी बढ़ गया। घानवी में बादल फटने के कारण आई बाढ़ की छानबीन करने पर पाया गया कि बादल फटने से 5 मकान, 2 पैदल पुल, स्कूल भवन, हॉस्पिटल, पावर प्रोजेक्ट रेस्ट हाऊस, एक जेसीबी मशीन और तीन छोटे वाहन मलबे के साथ बह गए। बादल फटने के दौरान मलबा कुछ घरों में घुस गया।
इसके अलावा, 10 से 12 और लोगों के लापता होने की आशंका जताई जा रही है। प्रशासन के लोग लोग मौके पर पहुंच चुके हैं। एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की टीमें और स्थानीय लोग बचाव कार्य में जुटे हैं।
मंडी में बादल फटने से एक की मौत
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के पधर उपमंडल के थलटूखोड़ में भी बादल फटा है। जहां से एक शव बरामद हुआ है, जबकि नौ लोग लापता बताए जा रहे हैं। कई मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। मंडी के डीसी अपूर्व देवगन के मुताबिक जिला प्रशासन और NDRF की टीमों को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है।