BY: Yoganand Shrivastva
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित PAC ट्रेनिंग सेंटर में महिला रिक्रूट्स द्वारा लगाए गए दुर्व्यवहार के आरोपों के बाद पुलिस विभाग ने तेज़ी से कार्रवाई करते हुए एक फिजिकल ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर (PTI) को निलंबित कर दिया है। शिकायत में महिला रिक्रूट्स ने PTI पर अशोभनीय भाषा का प्रयोग करने और गाली-गलौज करने के गंभीर आरोप लगाए थे।
ADG का बयान: बाथरूम में कैमरे की बात पूरी तरह से झूठी
इस मामले पर PAC के अपर पुलिस महानिदेशक (ADG) ने प्रेस को बताया कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही बाथरूम में कैमरा लगाए जाने की अफवाह सिर्फ एक झूठ है। जांच में ऐसा कोई भी तथ्य सामने नहीं आया है। ADG ने स्पष्ट किया कि अनुशासनहीनता या दुर्व्यवहार पर कोई रियायत नहीं दी जाएगी और अफवाह फैलाने वालों पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वीडियो वायरल होने के बाद मामला बना बड़ा मुद्दा
बुधवार को कुछ महिला सिपाहियों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जिनमें उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाए:
- बाथरूम में गुप्त कैमरा होने की बात
- एक ही RO सिस्टम से 600 लड़कियों को पानी पीने की मजबूरी
- 30 लड़कियों के लिए सिर्फ एक पंखा और वो भी खराब
इन वीडियो के सामने आते ही राजनीतिक हलचल भी तेज़ हो गई। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार को महिला सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर घेरा। हालांकि, प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत जांच शुरू की।
598 महिला रिक्रूट्स ले रही थीं ट्रेनिंग
गौरतलब है कि गोरखपुर के शाहपुर क्षेत्र में स्थित बिछिया पीएसी परिसर में उत्तर प्रदेश नागरिक पुलिस की 2023 बैच की 598 महिला रिक्रूट्स ट्रेनिंग के लिए पहुंची थीं। इन्हीं रिक्रूट्स में से कुछ ने ट्रेनिंग के माहौल और सुविधा को लेकर आवाज उठाई।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और आगे की कार्रवाई
प्रशासन द्वारा जांच में यह पुष्टि की गई कि PTI का व्यवहार अनुशासन के विपरीत था, जिसके चलते उसे तत्काल सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, कैमरे जैसी बातों को सिरे से नकार दिया गया है। अब सोशल मीडिया पर ग़लत सूचनाएं फैलाने वालों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
तेज़ कार्रवाई और स्पष्टता प्रशासन की प्राथमिकता
इस पूरे घटनाक्रम में प्रशासन ने तेज़ और पारदर्शी कार्रवाई कर यह स्पष्ट किया कि महिला रिक्रूट्स की सुरक्षा और सम्मान में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अफवाहों से सावधान रहने और केवल सत्यापित जानकारी पर भरोसा करने की अपील भी की गई है।