by: vijay nandan
नरसिंहपुर: जिले के बोहानी गांव में आज शोक का माहौल है। हॉक फोर्स के वीर निरीक्षक आशीष शर्मा, जो नक्सलियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए थे, उनका पार्थिव शरीर आज दोपहर गांव पहुंचाया जाएगा। अंतिम यात्रा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित कई वरिष्ठ मंत्री और आईपीएस अधिकारी श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
बालाघाट में भावुक विदाई, दोपहर तक बोहानी पहुंचेगा पार्थिव शरीर
गुरुवार सुबह बालाघाट के अंबेडकर चौक से पुलिस लाइन तक शहीद आशीष की श्रद्धांजलि यात्रा निकाली गई। साथियों ने सलामी देकर अपने बहादुर अधिकारी को अंतिम सम्मान दिया। पुलिस लाइन में अंतिम शोक सलामी के बाद पार्थिव शरीर को बोहानी के लिए रवाना किया गया। गांव में दोपहर 1 से 2 बजे के बीच शव पहुंचने की संभावना है। ग्रामीण पहले से ही उनके घर के बाहर एकत्र होकर इंतजार कर रहे हैं।

सीएम मोहन यादव और कई अधिकारी देंगे अंतिम सम्मान
शहीद आशीष की अंतिम यात्रा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल, पूर्व मंत्री उदय प्रताप सिंह लाल और कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की उपस्थिति रहने वाली है। प्रशासन ने पूरे कार्यक्रम के लिए विशेष व्यवस्थाएँ की हैं ताकि अंतिम विदाई सम्मानजनक तरीके से दी जा सके।

नक्सली हमले में शहादत
19 नवंबर की सुबह आशीष शर्मा अपनी टीम के साथ एमपी-छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र की त्रि-सीमा पर नक्सल विरोधी अभियान में जुटे थे। अभियान के दौरान नक्सलियों ने अचानक हमला कर दिया। गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद आशीष ने मोर्चा नहीं छोड़ा, लेकिन अधिक रक्तस्राव के कारण उन्होंने दम तोड़ दिया।
उनकी शहादत ने पूरे क्षेत्र को गमगीन कर दिया है।

शहीद आशीष का साहसिक सफर—दो वीरता पदक से सम्मानित
आशीष शर्मा ने 2016 में आरक्षक के रूप में सेवा शुरू की। बाद में वे विशेष सशस्त्र बल से होते हुए 2018 में हॉक फोर्स में शामिल हुए।
नक्सल ऑपरेशनों में साहसिक भूमिका निभाने पर उन्हें दो वीरता पदक और आउट ऑफ टर्न प्रमोशन भी मिला। साथियों के अनुसार वे एक निर्भीक, शांत स्वभाव और बेहद प्रतिबद्ध अधिकारी थे।
अधूरी रह गई शादी की तैयारियाँ
केवल 31 वर्ष की उम्र में शहीद हुए आशीष शर्मा की जनवरी 2026 में शादी तय थी। परिवार घर में शादी की तैयारी कर रहा था, लेकिन नियति ने सब कुछ बदल दिया। जिस बेटे के घर वापसी की खुशियाँ मनाई जानी थीं, आज वही तिरंगे में लिपटकर लौट रहा है। गांव के लोग आंसुओं से भरी आँखों से इस वीर सपूत को विदाई देने की तैयारी में जुटे हैं।





