BY: Yoganand Shrivastva
पटना : बिहार की राजधानी पटना में पुलिस ने एक फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए तीन नकली सीबीआई अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी खुद को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) का अधिकारी बताकर आम नागरिकों से डराकर रुपये वसूलते थे।
संगठित गिरोह के रूप में करते थे काम
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि ये तीनों व्यक्ति एक सुनियोजित गैंग के तहत काम करते थे। ये आम लोगों को झूठी कार्रवाई की धमकी देकर जबरन वसूली करते थे। आरोपियों की गिरफ्तारी पटना के विभिन्न इलाकों से की गई है।
हथियार और फर्जी पहचान पत्र बरामद
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपियों के पास से कई आपत्तिजनक चीजें बरामद की हैं जिनमें शामिल हैं:
- दो पिस्तौल
- तीन जिंदा कारतूस
- छह मोबाइल फोन
- सेना की वर्दी
- CBI के नकली पहचान पत्र
ये सामान इस बात की पुष्टि करते हैं कि आरोपी आम लोगों को भ्रमित करने और डराने के लिए पूरी योजना बनाकर सक्रिय थे।
आरोपियों की पहचान और आपराधिक पृष्ठभूमि
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान रीतन कुमार सिंह, अरविंद कुमार, और नीतीश कुमार के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, इन सभी पर पहले से लूट और डकैती के मामले दर्ज हैं। शुरुआती जांच से यह भी पता चला है कि ये लोग खुद को CBI अधिकारी बताकर न केवल पैसे ऐंठते थे, बल्कि कई बार लूटपाट और हिंसा में भी शामिल रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई जारी
पटना पुलिस ने बयान में कहा है कि, “गिरफ्तार तीनों आरोपियों को शनिवार को शहर के अलग-अलग क्षेत्रों से पकड़ा गया। प्रारंभिक पूछताछ में इन्होंने स्वीकार किया है कि वे खुद को CBI अधिकारी बताकर लोगों से पैसे वसूलते थे।”
पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है कि इनके साथ और कौन-कौन शामिल हो सकता है, और इस गैंग ने अब तक कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है।