BY: Yoganand Shrivastava
मुंबई: मुंबई में बुधवार सुबह एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए फैसल जावेद शेख और अल्फिया फैसल शेख के ड्रग नेटवर्क से जुड़े आठ परिसरों में छापेमारी की। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई। ईडी को संदेह है कि दोनों ने नशे की बिक्री से भारी रकम कमाई और उसे मनी लॉन्ड्रिंग के माध्यम से वैध दिखाने की कोशिश की।
जांच में सामने आया है कि फैसल शेख एमडी (मेफेड्रोन) नामक नशीले पदार्थ को कुख्यात ड्रग सप्लायर सलीम डोला से खरीदता था। सलीम डोला ड्रग तस्करी की दुनिया में एक प्रमुख नाम है और उस पर पहले से कई मामले दर्ज हैं। एनसीबी ने भी उसकी गिरफ्तारी के लिए इनाम घोषित किया है, क्योंकि वह लंबे समय से फरार है और अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क में शामिल रहा है।ईडी की टीमें इन परिसरों में ड्रग मनी और उससे जुड़े संपत्तियों के सबूत जुटा रही हैं। अधिकारियों के मुताबिक, इस नेटवर्क के जरिए करोड़ों रुपए की अवैध कमाई को वैध दिखाने की कोशिश की गई थी।
सलीम डोला का नाम दाऊद इब्राहिम से भी जुड़ा है और वह लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क में सक्रिय रहा है। इसे जून में भारतीय जांच एजेंसियों द्वारा दुबई से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया था। इसके अलावा, ईडी ने भूटान से भारत में लक्जरी वाहनों की कथित तस्करी से जुड़े हाल के मामले की जांच के तहत केरल में कई परिसरों पर भी छापेमारी की। इसमें अभिनेता पृथ्वीराज, दुलकर सलमान और अमित चक्कलकल सहित कुछ अन्य लोगों के परिसरों को शामिल किया गया। जांच एर्नाकुलम, त्रिशूर, कोझिकोड, मलप्पुरम, कोट्टायम और कोयंबटूर के वाहन मालिकों, ऑटो वर्कशॉप और व्यापारियों तक भी फैली हुई है। कुल मिलाकर, 17 परिसरों पर छापेमारी की जा रही है। यह कार्रवाई फेमा (विदेशी मुद्रा विनिमय प्रबंधन अधिनियम) के तहत की जा रही है।