Isa Ahmad
दुमका, 15 नवंबर – धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती और झारखंड राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ हर्षोल्लास और गर्व के साथ मनाई गई। इस अवसर पर दुमका में आयोजित कार्यक्रम में सांसद नलिन सोरेन, जामा विधानसभा की विधायिका श्रीमती लुईस मरांडी, जरमुंडी के विधायक देवेंद्र कुँवर, उपायुक्त अभिजीत सिन्हा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
सांसद नलिन सोरेन ने कहा कि झारखंड राज्य का निर्माण लंबी और ऐतिहासिक जन आंदोलन की परिणति है। स्वर्गीय श्री शिबू सोरेन की दूरदर्शी सोच के अनुसार आदिवासी समाज और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना आवश्यक था। उन्होंने कहा कि अलग राज्य के गठन के बिना क्षेत्र का समग्र विकास संभव नहीं था। 15 नवंबर 2000 को झारखंड राज्य के गठन के साथ ही विकास की नई यात्रा प्रारंभ हुई।
विधायिका लुईस मरांडी ने कहा कि 25 वर्षों का झारखंड अब युवावस्था में प्रवेश कर चुका है और यह सशक्त एवं उर्जावान राज्य बन चुका है। विधायक देवेंद्र कुँवर ने कहा कि झारखंड आज अनेक सकारात्मक परिवर्तनों का प्रतीक बन चुका है। उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने बताया कि यह दोहरा उत्सव हमारे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का प्रतीक होने के साथ-साथ राज्य की संघर्षपूर्ण और विकास यात्रा का स्मरण कराता है।
पिछले 25 वर्षों में दुमका जिले ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, उद्योग, महिला सशक्तिकरण, कृषि, ग्रामीण विकास और सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है। जिले में 108 उपकेंद्र, 16 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 9 BPHU, 228 आयुष्मान स्वास्थ्य मंदिर और क्रिटिकल केयर ब्लॉक ने स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत किया है। मुख्यमंत्री अबुवा स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत प्रत्येक पात्र परिवार को 15 लाख रुपये का नि:शुल्क स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया जा रहा है।
शिक्षा के क्षेत्र में जिले में 4 मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय, 15 आदर्श विद्यालय, 13 पीएम श्री विद्यालय, 10 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, 6 मॉडल स्कूल और एक आवासीय विद्यालय संचालित हैं। सिदो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय का विस्तृत और आधुनिक परिसर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नई संभावनाएँ लेकर आया है। 275 विद्यालयों में ICT लैब और 175 स्मार्ट क्लास की स्थापना से शिक्षा का स्तर और सुदृढ़ हुआ है।
सड़क निर्माण में जिले ने 1560 किलोमीटर ग्रामीण पथ तैयार किए हैं। PMGSY के तहत 1209 किलोमीटर सड़कें बनी हैं। दुमका रिंग रोड और गोविंदपुर–साहेबगंज मार्ग से शहर और आसपास के क्षेत्रों की कनेक्टिविटी मजबूत हुई है। मकरमपुर में सेल्फी ब्रिज और कई सड़क मार्गों का चौड़ीकरण जिले की यातायात सुविधा में मददगार साबित हुआ है।
महिला एवं बाल विकास के क्षेत्र में भी जिले ने बड़ी प्रगति की है। 2 लाख से अधिक महिलाओं को मुख्यमंत्री मइया सम्मान योजना का लाभ मिला है, 2.27 लाख से अधिक लाभुकों को पेंशन योजनाओं का लाभ मिला और 68,957 किशोरियों को सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना का लाभ प्राप्त हुआ।
जल संसाधन विभाग द्वारा मसल्या–रोनहेवर मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जिससे 226 गांवों के खेतों को सिंचाई सुविधा मिलेगी। विद्युत विभाग द्वारा घरेलू एवं कृषि उपभोक्ताओं को 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जा रही है। मुख्यमंत्री उज्ज्वला झारखंड योजना के तहत उन क्षेत्रों में बिजली पहुंचाई जा रही है जहां पहले नहीं थी।
इस गौरवपूर्ण अवसर पर दुमका वासियों ने राज्य और जिले के विकास में सक्रिय योगदान देने का संकल्प लिया। सांसद नलिन सोरेन ने कहा कि आने वाले वर्षों में झारखंड और दुमका को और अधिक समृद्ध, सक्षम और विकसित बनाने के लिए विकास की यात्रा इसी तरह निरंतर आगे बढ़ती रहेगी।





