BY: MOHIT JAIN
बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण ने ‘वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे’ के मौके पर 8 घंटे की शिफ्ट वाले बयान पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। दीपिका को अपनी वर्किंग आवर्स की वजह से संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म ‘स्पिरिट’ और प्रभास की ‘कल्कि 2898 AD’ के सीक्वल से बाहर कर दिया गया था। सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर खूब चर्चा हुई।
पुरुष स्टार्स भी करते हैं समान शिफ्ट
‘वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे’ के मौके पर दिए गए इंटरव्यू में दीपिका ने कहा, “अगर यह बात दबाव डालने जैसी लग रही है तो ऐसा ही है, लेकिन भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में कई पुरुष सुपरस्टार सालों से 8 घंटे काम कर रहे हैं। उन्हें भी यह रोजमर्रा की आदत है, लेकिन यह कभी सुर्खियों में नहीं आया।” उन्होंने यह भी कहा कि वह इसका इतना बड़ा प्रचार नहीं करना चाहतीं और यह सामान्य प्रथा है।

चुपचाप और गरिमा के साथ लड़ती रही अपनी लड़ाइयां
दीपिका ने बताया कि पैमेंट, वर्किंग कंडीशन और अपने अधिकारों के लिए खड़े होने जैसी लड़ाइयां उन्होंने हमेशा चुपचाप और गरिमा के साथ लड़ी हैं। उन्होंने कहा, “मैं हमेशा अपनी लड़ाइयां शांतिपूर्वक लड़ती आई हूं। बात फैलाना मेरा तरीका नहीं है। लेकिन हां, अपने अधिकारों के लिए खड़ा होना और इसे गरिमा के साथ मैनेज करना मेरी प्राथमिकता है।”
दो बड़े प्रोजेक्ट्स से बाहर होना पड़ा भारी
वर्कफ्रंट की बात करें तो दीपिका को संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म ‘स्पिरिट’ और प्रभास की ‘कल्कि 2898 AD’ के सीक्वल से वर्किंग आवर्स के कारण बाहर होना पड़ा। पहले ‘स्पिरिट’ में उनकी जगह तृप्ति डिमरी ने ली थी। इसके बाद ‘कल्कि 2898 AD’ में भी वह शामिल नहीं हो सकीं। इससे उनके फैंस और मीडिया में चर्चा तेज हो गई थी।
आगे के प्रोजेक्ट्स पर फोकस
हालांकि दीपिका अब शाहरुख खान के साथ फिल्म ‘किंग’ और अल्लू अर्जुन के साथ एक्शन ड्रामा AA22xA6 में नजर आएंगी। उन्होंने अपनी वर्क-लाइफ बैलेंस को महत्व देते हुए यह फैसला किया कि वह सिर्फ ऐसे प्रोजेक्ट्स लें, जिनमें उनका समय और मानसिक स्वास्थ्य दोनों सुरक्षित रहें।
दीपिका पादुकोण ने एक बार फिर यह साबित किया कि वह अपने करियर और जीवन के संतुलन को लेकर स्पष्ट और सशक्त रुख रखती हैं। बॉलीवुड में यह एक उदाहरण बन सकता है कि अपनी जरूरतों और हक के लिए शांतिपूर्वक और गरिमा के साथ खड़ा होना कितना महत्वपूर्ण है।





