BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन पर 2000 करोड़ रुपये के क्लासरूम निर्माण घोटाले में गंभीर आरोप लगे हैं। इस मामले में भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) ने दोनों नेताओं के खिलाफ आधिकारिक रूप से मामला दर्ज कर लिया है।
ACB ने जानकारी दी है कि यह घोटाला सरकारी स्कूलों में 12,748 कक्षाओं और उनसे जुड़ी इमारतों के निर्माण से संबंधित है। परियोजना की लागत में अत्यधिक वृद्धि और प्रक्रियात्मक अनियमितताओं को लेकर जांच शुरू की गई है।
किन बिंदुओं पर उठे सवाल?
- एसीबी के अनुसार, इस परियोजना में निर्धारित समयसीमा के भीतर एक भी कार्य पूरा नहीं हुआ।
- वास्तुकारों और सलाहकारों की नियुक्ति बिना तय नियमों के की गई, जिससे निर्माण की लागत में अनावश्यक वृद्धि हुई।
- आरोप है कि कार्यों की लागत वास्तविक लागत से पांच गुना तक बढ़ा दी गई।
- 34 ठेकेदारों को ठेके दिए गए, जिनमें से कई का आप पार्टी से करीबी संबंध बताया गया है।
- सीवीसी (केंद्रीय सतर्कता आयोग) की रिपोर्ट, जिसमें इन अनियमितताओं का उल्लेख था, तीन वर्षों तक सार्वजनिक नहीं की गई।
- यह प्रोजेक्ट जून 2016 तक पूरा किया जाना था, लेकिन न समयसीमा का पालन हुआ और न ही निर्धारित बजट के भीतर कार्य किया गया।
पहले से चल रहे मामलों से भी जुड़े हैं नेता
- मनीष सिसोदिया दिल्ली आबकारी नीति मामले में पहले से CBI और ED की जांच के दायरे में हैं।
- सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
अंधेरा हरा दिया: नेत्रहीन रवि राज ने माँ के साथ मिलकर UPSC में बनाया इतिहास!..यह भी पढ़े