करणी सेना की अगुवाई में जुटे कई राज्य
आगरा – शहर में आज का दिन क्षत्रिय समाज के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ने जा रहा है। रक्त स्वाभिमान सम्मेलन के तहत आज आगरा में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा और गुजरात समेत कई राज्यों से आए क्षत्रिय संगठनों ने एक मंच पर एकत्रित होकर अपनी एकता और ताकत का प्रदर्शन किया।
सम्मेलन की पृष्ठभूमि:
इस सम्मेलन का आयोजन तब तय किया गया जब 21 मार्च को समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा महान योद्धा राणा सांगा पर की गई अभद्र टिप्पणी से क्षत्रिय समाज आक्रोशित हो गया था। इसके जवाब में 26 मार्च को करणी सेना प्रमुख ओकेंद्र राणा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सांसद सुमन के आवास के बाहर उग्र प्रदर्शन किया था, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल भी हुए थे। उसी घटना के बाद आगरा में रक्त स्वाभिमान सम्मेलन करने की घोषणा की गई।
सम्मेलन की तैयारियां और सहभागिता:
सम्मेलन को लेकर तीन दिन पहले से ही करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने आगरा में डेरा डाल दिया था और घर-घर जाकर लोगों को सम्मेलन में शामिल होने की अपील की। कार्यक्रम स्थल पर देर रात तक तैयारियां चलती रहीं।
इस ऐतिहासिक सम्मेलन में शामिल हुए प्रमुख नेता:
करणी सेना के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष सूरजपाल
राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल मकराना
राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रताप सिंह कालवी
राजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेर सिंह राणा
व्यवस्थाएं और सुरक्षा:
स्थानीय विधायक धर्मपाल सिंह ने कार्यक्रम की व्यवस्थाएं संभालीं और सम्मेलन को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने की अपील की गई।
पुलिस प्रशासन ने भी कड़े सुरक्षा प्रबंध किए हैं ताकि किसी भी तरह की अराजकता या उपद्रव को रोका जा सके।
सम्मेलन का उद्देश्य:
यह सम्मेलन क्षत्रिय समाज की एकता, स्वाभिमान और सांस्कृतिक गौरव को पुनः स्थापित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। इसके माध्यम से समाज ने यह संदेश दिया कि इतिहास के अपमान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सामाजिक समरसता के साथ समाज अपनी भूमिका निभाता रहेगा।
रक्त स्वाभिमान सम्मेलन ने न केवल क्षत्रिय समाज को एकत्रित किया, बल्कि एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि जब बात सम्मान और परंपरा की हो, तो पूरा समाज एक साथ खड़ा होता है।
13 अप्रैल 2025 का दैनिक राशिफल: सभी राशियों के लिए भविष्यवाणी