जयपुर: मकर सक्रांति पर पतंगबाजी से बेजुबान परिंदे पतंग की डोर में फंसकर घायल हो जाते हैं। घायल पक्षियों की जान बचाने के लिए जयपुर शहर सहित कई स्थानों पर पक्षी उपचार शिविर लगाए जा रहे हैं। घायल पक्षियों के इलाज के लिए जयपुर में विभिन्न एनजीओ के सहयोग से करीब 12 बर्ड्स ट्रीटमेंट कैंप लगाए जा रहे हैं। जोबनेरए फुलेराए सांभर क्षेत्र में भी प्रवासी व अन्य पक्षियों के लिए 13 से 15 जनवरी तक पक्षी उपचार शिविर लगाए गए हैं। जोबनेर एनिमल वैलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रोशन कुमावत ने बताया कि मकर संक्रांति के पर्व के अवसर पर पतंग की डोर से काफी पक्षी भी घायल हो जाते हैं। मकर संक्रांति पर पतंगबाजी के दौरान मांझे से घायल पक्षियों के उपचार के लिए पक्षी उपचार शिविर लगाए जा रहे हैं। वन विभाग की ओर से विभिन्न संस्थाओं को कैंप लगाने की अनुमति दी गई है। उन्होंने कहा कि पतंगबाजी के साथ ही आमजन को पक्षियों की सुरक्षा का भी ध्यान रखना जरूरी है। किसी को भी अगर घायल पक्षी मिलता हैए हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दे सकता है। विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं की ओर से जयपुर शहर में करीब एक दर्जन पक्षी उपचार शिविर लगाए जा रहे हैं। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि सुबह और शाम के समय पक्षियों का स्वच्छंद विचरण रहता है। ऐसे में सुबह और शाम के समय पतंगबाजी नहीं करें। चाइनीज मांझे का उपयोग नहीं करने की अपील की है।

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