तेहरान। ईरान और इज़रायल के बीच बढ़ते संघर्ष ने पश्चिम एशिया की राजनीति को उथल-पुथल में डाल दिया है। तेहरान में हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं और इस बीच ईरान के निर्वासित क्राउन प्रिंस रजा पहलवी ने ईरानी जनता और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से खामेनेई शासन को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया है।
रजा पहलवी का तीखा हमला: “अब इस्लामिक गणराज्य के अंत का समय आ गया है”
शाह मोहम्मद रज़ा पहलवी के पुत्र और ईरान के आखिरी शाही वारिस रजा पहलवी ने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में अयातुल्ला अली खामेनेई पर तीखा हमला बोला। उन्होंने लिखा:
“ईरान का तानाशाह अब छिपने के लिए अंडरग्राउंड जा चुका है। इस्लामिक गणराज्य अब पतन की कगार पर है। यह शासन चूहों की तरह भाग रहा है, लेकिन अब जनता का जागरण उन्हें कहीं छिपने नहीं देगा।”
तेहरान में हालात गंभीर, लोग जान बचाकर भाग रहे
- इज़रायली हमलों में ईरान के कई शीर्ष सैन्य अधिकारी मारे जा चुके हैं।
- राजधानी तेहरान में लगातार डर और तनाव का माहौल है।
- नागरिक सुरक्षित स्थानों की तलाश में शहर से पलायन कर रहे हैं।
- सरकारी नियंत्रण कमजोर होता नजर आ रहा है, जिससे विरोधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं।
रजा पहलवी कौन हैं?
- रजा पहलवी ईरान के अंतिम शाह मोहम्मद रज़ा पहलवी के पुत्र हैं, जिन्हें 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद सत्ता से हटा दिया गया था।
- शाह परिवार को क्रांति के दौरान तेहरान से जान बचाकर भागना पड़ा था।
- रजा पहलवी पिछले कई वर्षों से अमेरिका में निर्वासन का जीवन जी रहे हैं, लेकिन वे लगातार ईरान में लोकतंत्र और मानवाधिकारों की बहाली की वकालत करते आए हैं।
क्या यह ईरान में बदलाव की शुरुआत है?
ईरान के अंदर से आ रही रिपोर्टों और सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो क्लिप्स से यह संकेत मिल रहा है कि जनता अब इस्लामिक शासन से थक चुकी है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि जनता को नेतृत्व और दिशा मिले, तो ईरान में एक नई क्रांति की शुरुआत संभव हो सकती है।