BY: Yoganand Shrivastva
भोपाल नगर निगम की सामान्य परिषद की बैठक निर्धारित समय से 18 दिन विलंब से चल रही है। 3 जून 2025 तक यह बैठक हो जानी चाहिए थी, लेकिन अब तक एजेंडा तय नहीं किया गया है, जिससे कांग्रेस पार्षदों में नाराजगी है। बैठक अब अगले सप्ताह तक के लिए टाल दी गई है।
कांग्रेस पार्षदों का विरोध, मानसून से पहले बैठक की मांग
नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी का कहना है कि मानसून की शुरुआत से पहले बैठक बेहद जरूरी थी ताकि शहर में जलभराव, नाले सफाई, और बजट प्रबंधन जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि इस लापरवाही के चलते शहर की जनता को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।
पार्षद योगेंद्र सिंह ‘गुड्डू’ चौहान ने बताया कि कांग्रेस पार्षद इस बैठक में बजट, जलकर, और प्रॉपर्टी टैक्स में बढ़ोतरी जैसे जनहित के मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं, लेकिन अब तक कोई तारीख घोषित नहीं हुई।
अध्यक्ष ने भेजा प्रस्ताव, लेकिन निर्णय अटका
नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने बैठक की तारीख और एजेंडा तय करने के लिए प्रस्ताव MIC (मेजर इंचार्ज कमेटी) को भेज दिया है। हालांकि शुक्रवार तक इस पर कोई स्पष्ट फैसला नहीं लिया गया। शनिवार और रविवार की छुट्टियों के कारण अब अगले सप्ताह ही कोई निर्णय आने की संभावना है।
तीसरी बार बैठक में देरी
यह लगातार तीसरी बार है जब परिषद की बैठक तय समय पर नहीं हो सकी। कांग्रेस पार्षद पहले भी दो बार निगम आयुक्त से समय पर बैठक आयोजित करने की मांग कर चुके हैं। नेता प्रतिपक्ष जकी के अनुसार, 3 जून को प्रस्तावित बैठक अब तक आयोजित नहीं की गई, जो कि चिंता का विषय है।
नियमों की अनदेखी का आरोप
कांग्रेस पार्षद जितेंद्र राजपूत ने कहा कि अब तक न बैठक की तारीख तय हुई है और न ही एजेंडा साझा किया गया है। यह नगर निगम के नियमों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि शहर के 85 वार्डों में विकास कार्यों पर चर्चा और योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए यह बैठक जरूरी है।