BY: Yoganand Shrivastva
अजाक्स के प्रांताध्यक्ष और आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा के ‘ब्राह्मण समाज की बहू लाने’ वाले विवादित वक्तव्य पर सरकार ने नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। इसी बीच, इस मुद्दे पर चुप्पी साधने को लेकर सोशल मीडिया पर डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल और पूर्व गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को लगातार ट्रोल किया जा रहा था। ट्रोलिंग बढ़ने के बाद डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल ने अपनी प्रतिक्रिया सार्वजनिक की और इस बयान पर कड़ा विरोध दर्ज कराया।
डिप्टी सीएम बोले — यह सोच विकृत मानसिकता का संकेत
राजेन्द्र शुक्ल ने फेसबुक पर लिखा कि किसी अधिकारी द्वारा बहन-बेटियों को लेकर ऐसी बात करना अत्यंत आपत्तिजनक और असंवेदनशील है। उनके अनुसार, ऐसी टिप्पणियाँ समाज में अनावश्यक तनाव पैदा करती हैं और यह विकृत मानसिकता का स्पष्ट उदाहरण है।
सामाजिक सौहार्द और प्रशासनिक गरिमा को ठेस
उन्होंने कहा कि उच्च पद पर बैठे व्यक्ति से ऐसी सोच की अपेक्षा नहीं की जा सकती। ऐसे बयान न केवल सामाजिक मेल-जोल को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि प्रशासनिक मर्यादा पर भी प्रश्नचिह्न लगाते हैं। डिप्टी सीएम ने यह भी कहा कि किसी भी समुदाय की महिलाओं या मातृशक्ति के विरुद्ध टिप्पणी करना संवैधानिक और सामाजिक मूल्यों के खिलाफ है।
जवाब संतोषजनक न हुआ तो होगी कार्रवाई
सरकार ने आईएएस संतोष वर्मा से मामले में स्पष्टीकरण मांगा है। शुक्ल ने कहा कि यदि उनका जवाब संतुष्टि देने वाला नहीं हुआ, तो जरूरी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी समुदाय विशेष पर टिप्पणी करना भारतीय संस्कृति व परंपराओं का अपमान है और सरकार ऐसी सोच को किसी भी रूप में स्वीकार नहीं कर सकती।
सोशल मीडिया पर बढ़ता दबाव
ब्राह्मण समाज से जुड़े कई लोग सोशल मीडिया पर डिप्टी सीएम और अन्य नेताओं से प्रतिक्रिया न देने पर नाराजगी जता रहे थे। इसी दबाव के बीच डिप्टी सीएम ने खुलकर अपनी स्थिति स्पष्ट की।





