रिपोर्टर – संजू जैन
माताओं व बच्चों की सुविधाओं का लिया जायजा
छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा ने शुक्रवार को जिला चिकित्सालय बेमेतरा का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने एमसीएच बिल्डिंग स्थित प्रसव कक्ष, पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी), एसएनसीयू वार्ड सहित कई स्वास्थ्य इकाइयों का गहन निरीक्षण किया।
अस्पताल में भर्ती माताओं और बच्चों से की बातचीत
निरीक्षण के दौरान डॉ. शर्मा ने अस्पताल में भर्ती प्रसूता महिलाओं, नवजात शिशुओं और उनके परिजनों से मुलाकात की और उपलब्ध इलाज व देखभाल की सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि माताओं और बच्चों को समय पर उपचार, समुचित पोषण और स्वच्छ वातावरण मिलना अत्यंत आवश्यक है।
सेवाओं और स्वच्छता पर व्यक्त किया संतोष
डॉ. शर्मा ने अस्पताल परिसर की स्वच्छता व्यवस्था, चिकित्सा स्टाफ की सेवा भावना, और स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति पर संतोष जताया। उन्होंने खासकर पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) की प्रभावी कार्यप्रणाली की सराहना की और इसे कुपोषण मुक्ति की दिशा में एक कारगर पहल बताया।
पोषण डाइट रजिस्टर का किया अवलोकन
डॉ. शर्मा ने एनआरसी में बच्चों को दी जाने वाली दैनिक पोषण डाइट, पंजी लेखन, और रोगियों की निगरानी प्रणाली का अवलोकन किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हर बच्चे को नियमित रूप से संतुलित आहार मिलना चाहिए और माताओं को पोषण जागरूकता भी दी जानी चाहिए।
अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष विजय सिन्हा, पार्षद नीतू कोठारी, आयोग की सदस्य निवेदिता जोशी, प्रफुल्ल शर्मा सहित कई गणमान्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक बसोड़, सिविल सर्जन डॉ. लोकेश साहू, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. दीपक निराला, अस्पताल प्रमुख सलाहकार डॉ. स्वाति यदु, डीपीएम लता बंजारे, मीडिया प्रभारी संजय तिवारी, फीडिंग डेमॉन्स्ट्रेटर दीप्ति धुरंधर समेत अन्य चिकित्सकीय स्टाफ मौजूद रहा।
निर्देश और अपील
निरीक्षण के अंत में डॉ. वर्णिका शर्मा ने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि बच्चों और माताओं को समुचित देखभाल, समय पर इलाज और स्वच्छ वातावरण देना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वस्थ बचपन, मजबूत भविष्य की नींव है और इसके लिए हर स्तर पर सजगता जरूरी है।