अयोध्या, 6 अप्रैल 2025: रामनगरी अयोध्या आज रामनवमी के पावन पर्व पर जन्मोत्सव की धूम में डूबी हुई है। राम मंदिर में दोपहर 12 बजे सूर्य तिलक का अद्भुत दृश्य देखने को मिला, जब सूर्य की किरणें सीधे रामलला के मस्तक पर पड़ीं। यह घटना करीब चार मिनट तक चली, जिसे देखने के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे।
सूर्य तिलक: एक दिव्य संयोग
वैज्ञानिकों ने इस घटना के लिए कई बार ट्रायल किए थे, जो आज सफल रहे। यह दुर्लभ खगोलीय घटना है, जिसमें सूर्य की रोशनी सीधे रामलला के माथे को छूती है। इसके अलावा, सरयू नदी में स्नान करने वाले भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी, जबकि हनुमानगढ़ी, कनक भवन और नागेश्वरनाथ मंदिर में भी दर्शन के लिए लंबी कतारें लगी रहीं।
दीपोत्सव और सांस्कृतिक कार्यक्रम
- अयोध्या को 2.5 लाख दीपकों और रंगीन रोशनी से सजाया गया।
- राम की पैड़ी और तुलसीदास घाट पर भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया गया।
- शहर के 5,000 मंदिरों में एक साथ आरती का अनूठा नजारा देखने को मिला।
- ड्रोन से सरयू का जल छिड़काव कर भक्तों को गर्मी से राहत दी गई।
50 लाख श्रद्धालुओं का मेला, कड़ी सुरक्षा
अनुमान है कि 50 लाख से अधिक भक्तों ने आज अयोध्या में रामलला के दर्शन किए। सुरक्षा के लिए जल पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें तैनात रहीं। यह राम मंदिर के बाद दूसरा रामनवमी उत्सव है, जिसे ऐतिहासिक बनाते हुए भक्ति और उल्लास का माहौल देखने को मिला।