BY: MOHIT JAIN
अयोध्या में दशहरे के लिए तैयार किए गए 240 फुट ऊंचे रावण और 190 फुट ऊंचे मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों को पुलिस ने सुरक्षा कारणों से जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। अधिकारियों का कहना है कि इतनी ऊंचाई वाले पुतलों का दहन सुरक्षा मानकों के लिहाज से खतरनाक हो सकता है।
एक महीने से चल रहा था निर्माण कार्य
अयोध्या की फिल्म कलाकार रामलीला समिति ने इन पुतलों का निर्माण किया था। राम कथा पार्क में पिछले एक महीने से कारीगरों ने रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों को तैयार किया। पुलिस क्षेत्राधिकारी देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए ही यह रोक लगाई गई है। आयोजनकर्ताओं ने अभी तक इस दहन के लिए अनुमति नहीं ली थी।
तैयार पुतलों पर प्रतिबंध, आयोजकों की चिंता

फिल्म कलाकार रामलीला समिति के संस्थापक अध्यक्ष सुभाष मलिक ने बताया कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और अन्य राज्यों के कारीगरों ने रावण और अन्य पुतलों का निर्माण पूरा कर लिया था। तीन दिन पहले दहन पर रोक लगने से हजारों रुपये की लागत से तैयार पुतले अब बेकार हो सकते हैं। मलिक ने कहा कि दशहरे में तैयार रावण का दहन न होना अशुभ माना जाता है।
आयोजकों की मांग
सुभाष मलिक ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह किया है कि अयोध्या में कहीं भी 240 फीट ऊंचे रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण का दहन करने की अनुमति दी जाए। मलिक ने बताया कि वे बीजेपी के छोटे कार्यकर्ता हैं और पिछले 7 साल से भव्य रामलीला के मंचन में लगे हुए हैं।