उज्जैन, मध्य प्रदेश: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक विशाल रैली का आयोजन हुआ, जिसमें महिलाओं ने आत्म-घोषित संत आसाराम बापू के समर्थन में आवाज बुलंद की। इस रैली में महिलाओं ने ‘बापू निर्दोष हैं’ जैसे नारे लगाए और उनकी रिहाई की मांग की। यह कार्यक्रम महिला उत्थान समिति द्वारा आयोजित किया गया था, लेकिन इसका मुख्य मकसद आसाराम बापू के पक्ष में समर्थन जुटाना प्रतीत हुआ।

रैली का विवरण
जानकारी के मुताबिक, महिला उत्थान समिति ने चामुंडा माता चौराहे से ‘संस्कृति रक्षा यात्रा’ की शुरुआत की। यह यात्रा टावर चौक, फ्रीगंज और मेन रोड से होते हुए कोठी तक पहुंची। हालांकि यह रैली महिला दिवस के नाम पर निकाली गई थी, लेकिन इसमें शामिल महिलाएं सिर पर पगड़ी बांधे हुए थीं और आसाराम बापू की भक्त के रूप में उनकी रिहाई की मांग कर रही थीं। कई महिलाओं ने हाथों में तख्तियां थामीं, जिन पर लिखा था- “बापूजी निर्दोष हैं, उन्हें रिहा करो” और “बापूजी को फर्जी केस में फंसाया गया है।”
समर्थकों का दावा: ‘बापूजी को फंसाया गया’
रैली में शामिल गुजरात के अहमदाबाद से आईं ज्योत्सना बेन ने कहा, “आसाराम बापू पूरी तरह निर्दोष हैं। उन्हें झूठे मामले में फंसाया गया है। बापूजी ने हमें सिखाया कि महिलाएं नारायणी का रूप हैं और उन्होंने करोड़ों महिलाओं को जीवन जीने की कला दी।” इस रैली में उज्जैन, इंदौर, देवास सहित पूरे मध्य प्रदेश और गुजरात से महिला भक्त शामिल हुईं। सभी की एक ही मांग थी कि आसाराम बापू को जल्द से जल्द जेल से रिहा किया जाए।
आसाराम का इलाज और पैरोल की शर्तें
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में मेडिकल आधार पर आसाराम बापू को अंतरिम जमानत दी है। इस जमानत के साथ कई शर्तें जोड़ी गई हैं, जैसे कि वे अपने समर्थकों से नहीं मिल सकते और न ही प्रवचन दे सकते हैं। हालांकि, इंदौर में उनके प्रवचन देने की खबरों के बाद विवाद खड़ा हुआ था। इसके बाद आसाराम उज्जैन के अंकपात रोड स्थित अपने आश्रम में चले गए और वर्तमान में आगर रोड के धन्वंतरि अस्पताल में पंचकर्म विधि से इलाज करवा रहे हैं।
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