जयपुर के शिप्रापथ थाने में पुलिस का अजीबोगरीब कारनामा सामने आया है। थाने में सेना के एक जवान के साथ मारपीट की गई जिसको लेकर कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कड़ा रुख अपनाया और थानाकर्मियों को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं पुलिस की छवि को जनता के बीच धूमिल करने का काम करती हैं।
घटना के अनुसार शिप्रापथ थाने में पांच पुलिसकर्मियों ने एक आर्मी पर्सन के साथ जमकर मारपीट की। आर्मी पर्सन किसी की सिफारिश लेकर थाने पहुंचे थे, लेकिन वहां उनके साथ अभद्रता करते हुए उन्हें बेरहमी से पीटा गया। निर्वस्त्र कर डंडों से पीटा गया। इस घटना के बाद कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने तुरंत डीजीपी और पुलिस कमिश्नर से बातचीत भी की।
ऐसी मानसिक स्थिति के लोग समाज के लिए खतरा
मंत्री राठौर ने कहा कि घटना में शामिल पांचों पुलिसकर्मियों की मानसिक स्थिति की जांच कराई जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिसकर्मियों से इस तरह का व्यवहार अस्वीकार्य है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन ने पत्रकार वार्ता में घटना जिक्र करते हुए कहा कि ‘सोल्जर किसी काम से यहां आया था। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उसको निर्वस्त्र करके डंडों से पिटाई की। पांच पुलिसकर्मियों ने मिलकर बहुत बुरी तरह से जवान को पीटा है। इतना ही पुलिस कर्मी जवान से कहते हैं पुलिस भारतीय सेना की बाप है।’ मंत्री ने कहा कि मैंने सोल्जर की मेडिकल रिपोर्ट देखी तो हैरान रह गया। मैंने खुद वर्दी पहनी है, इसलिए मैं वर्दी की इज्जत करता हूं। इस तरह से दादागीरी करने का अधिकार संविधान किसी को नहीं देता। इन पांच पुलिसकर्मियों की मानसिक स्थिति की जांच करानी जानी चाहिए। ऐसी मानसिक स्थिति के लोग समाज के लिए खतरा हैं।
इस घटना ने पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मामले में आगे क्या कार्रवाई की जाएगी, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। उम्मीद है कि दोषी पुलिसकर्मियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।