भारत के अहमदाबाद एयरपोर्ट पर हाल ही में हुए विमान हादसे की जांच में एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। यह हादसा अब सिर्फ एक तकनीकी मामला नहीं रह गया है, बल्कि इसमें अंतरराष्ट्रीय संदर्भ भी सामने आ रहे हैं। आइए जानते हैं इस हादसे से जुड़ी हर अहम बात।
🚨 अहमदाबाद विमान हादसा: क्या है अब तक की जांच में खुलासा?
अभी तक की जांच में ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है कि पायलट ने कोई गलती की हो। मलबे और वीडियो फुटेज के विश्लेषण से पता चलता है कि टेक-ऑफ के चंद सेकंड बाद ही विमान की मुख्य बिजली प्रणाली फेल हो गई थी।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार:
- पायलट ने मैन्युअल कंट्रोल की कोशिश की थी।
- लेकिन विमान 3600 फीट की न्यूनतम ऊंचाई नहीं पकड़ सका।
- इसलिए इमरजेंसी पावर जनरेटर RAT (Ram Air Turbine) भी सक्रिय नहीं हो पाया।
अब जांच दल फ्लाइट के पिछले 24 से 48 घंटे के तकनीकी रिकॉर्ड की जांच कर रहा है।
🔁 लंदन 2020 की घटना से हो रही तुलना
जांचकर्ताओं का ध्यान 2020 में लंदन के गैटविक एयरपोर्ट पर हुए एक विमान हादसे पर गया है, जिसमें:
- एयरबस A321 ने टेक-ऑफ के तुरंत बाद दोनों इंजन खो दिए थे।
- पायलट ने “Mayday” कॉल दी और 11 मिनट में विमान वापस लौट आया।
- बाद में पता चला कि खराब ईंधन की वजह से इंजन फेल हुए थे।
दिलचस्प बात यह है कि उसी यूके एजेंसी ने उस हादसे की जांच की थी, और अब अहमदाबाद केस में भी वही एजेंसी शामिल है।
🛢 क्या ईंधन की गुणवत्ता वजह हो सकती है?
जांच में यह बिंदु भी उठाया गया है कि:
- हादसे से पहले यह विमान दिल्ली, पेरिस और टोक्यो होकर अहमदाबाद पहुंचा था।
- अगर किसी भी चरण में ईंधन की गुणवत्ता में कमी रही हो, तो वह इंजन फेलियर का कारण हो सकता है।
📉 संसद में उठी एयर सेफ्टी बजट की चिंता
इस हादसे के बाद, राज्यसभा में 25 मार्च 2025 को पेश की गई एक रिपोर्ट चर्चा में है। इसमें एयर सेफ्टी के बजट को लेकर गंभीर सवाल उठाए गए हैं।
रिपोर्ट की अहम बातें:
- वित्त वर्ष 2025-26 में सिर्फ ₹35 करोड़ का बजट विमान हादसे जांच और सुरक्षा इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए।
- जबकि DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) को कुल ₹65 करोड़ में से केवल ₹30 करोड़ मिले।
- रिपोर्ट में कहा गया कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा एविएशन मार्केट है, ऐसे में यह बजट बहुत कम है।
स्थायी समिति की सिफारिश:
- DGCA, AAIB और BCAS के बजट की पुनर्समीक्षा की जाए।
- सुरक्षा और निगरानी से जुड़े विभागों को अधिक संसाधन दिए जाएं।
⚠ एयर इंडिया को DGCA की चेतावनी
DGCA ने एयर इंडिया को चेतावनी दी है कि उसने तीन एयरबस विमान बिना ज़रूरी सुरक्षा जांच के उड़ाए।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार:
- इन विमानों में इमरजेंसी इक्विपमेंट की जांच लंबित थी।
- एयरलाइन ने खामियों को ठीक करने में देरी भी की।
📉 एयर इंडिया की हालत: फ्लाइट कैंसिल और किराए में गिरावट
हादसे और खराब संचालन के असर अब एयर इंडिया की कमर्शियल परफॉर्मेंस पर भी दिख रहे हैं:
- टिकट बुकिंग में गिरावट, जिससे किराए कम हुए हैं।
- 21 जून से 15 जुलाई तक हर हफ्ते 38 इंटरनेशनल फ्लाइट्स की कटौती होगी।
- आज की तारीख में 8 उड़ानें तकनीकी कारणों से रद्द कर दी गई हैं।
🔍 निष्कर्ष: क्या विमान सुरक्षा भारत में खतरे में है?
इस पूरी घटना और रिपोर्ट से यह सवाल उठता है कि:
- क्या भारत में विमान सुरक्षा और निगरानी ढांचे को लेकर लापरवाही हो रही है?
- जब देश दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा एविएशन मार्केट है, तो सुरक्षा बजट इतना कम क्यों?
जांच अभी जारी है, लेकिन यह साफ है कि अहमदाबाद हादसा केवल एक तकनीकी घटना नहीं, बल्कि एक सिस्टम की खामियों की ओर इशारा कर रहा है।