आगरा में यमुना नदी का जलस्तर घटने के बावजूद हालात चिंताजनक हैं। खतरे का निशान पार कर चुकी यमुना फिलहाल 1.5 फीट ऊपर बह रही है। कई कॉलोनियां जलमग्न हैं, सड़कें बंद हैं और लोगों को लंबा चक्कर लगाकर सफर करना पड़ रहा है।
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प्रशासन ने शुरू की स्थिति की समीक्षा
जिला अधिकारी (DM) अरविंद मल्लप्पा बंगारी और विधायक छोटेलाल वर्मा ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। अधिकारियों का कहना है कि:
- बाढ़ से फसलों, घरों और पशुओं को हुए नुकसान का सर्वे जल्द शुरू होगा।
- रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी।
- पानी उतरने के बाद सफाई, सिल्ट हटाने, चूना-ब्लीचिंग और फॉगिंग का अभियान चलेगा।
- बीमारियों से बचाव के लिए पशुओं को टीके लगाए जाएंगे।
यमुना का मौजूदा जलस्तर
- खतरे का निशान: 499 फीट
- वर्तमान जलस्तर: 500.5 फीट (गुरुवार सुबह तक)
- गोकुल बैराज से पानी छोड़ा गया: 1,33,608 क्यूसेक
- बुधवार की तुलना में पानी की आवक कम होने से जलस्तर में कमी आई है।
बंद हुए रास्ते और डूबे इलाके
प्रमुख बंद मार्ग:
- मनोहरपुर से पोइया रोड: 2 किमी तक 4-5 फीट पानी, रास्ता बंद।
- यमुना किनारा रोड: अंडरपास और मार्गों में पानी भरने से यातायात बाधित।
- सेक्सरिया रोड: जलभराव से व्यापारी गोदाम खाली करने को मजबूर।
डूबे क्षेत्र:
- मां गौरी टाउन
- तनिष्क राजश्री गार्डन
- लोहिया नगर
- मोतीमहल
- गांधी स्मारक
- दयालबाग
- हाथी घाट
- बल्केश्वर मंदिर क्षेत्र
- सेकसरियां इंटर कॉलेज रोड
- आगरा किला रोड
यमुना पार का हाल
- केके नगर, फाउंड्री नगर और रिवांश रिजॉर्ट तक पानी पहुंच चुका है।
- कई फैक्ट्रियों का कामकाज प्रभावित हुआ।
- रिसॉर्ट की दीवारों में दरारें आईं।
हालात पर प्रशासन की नज़र
- मेहताब बाग में एंट्री बंद कर दी गई है।
- बेलनगंज समेत कई रिहायशी इलाकों में पानी घरों तक पहुंच गया है।
- दर्जनों परिवार घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा चुके हैं।
- नगर निगम की टीम सफाई और पानी निकालने के लिए लगातार काम कर रही है।
आगरा में यमुना का जलस्तर घटने के संकेत हैं, लेकिन बाढ़ का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है। प्रशासन राहत और सफाई कार्यों में तेजी ला रहा है। लोगों से सावधानी बरतने और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करने की अपील की गई है।





