BY: MOHIT JAIN
आगरा पुलिस कमिश्नरेट में एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें ताजगंज क्षेत्र की एकता पुलिस चौकी का अंडर ट्रेनिंग दरोगा विवेक चौहान 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया। मामला भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत पौनिया के कार्यालय में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर के भाई से जुड़ा है।
घटना का विवरण
2 सितंबर को बिसैरा कला गांव के उदय सिंह के जनसेवा केंद्र पर बंटी नामक व्यक्ति के नेतृत्व में मारपीट और तोड़फोड़ की गई। पीड़ित ने तुरंत 112 नंबर पर कॉल कर घटना की सूचना दी और ताजगंज थाने में तहरीर दी।
आरोप है कि मुकदमा दर्ज कराने के लिए विवेक चौहान ने 25 हजार रुपये की मांग की, जो बातचीत के बाद 15 हजार पर तय हुई। सत्यपाल, जो उदय सिंह के भाई हैं, ने डर के चलते यह रकम दी। उन्हें धमकी भी दी गई थी कि घूस न देने पर उनके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज किया जा सकता है।
शिकायत और कार्रवाई

इस मामले की जानकारी भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत पौनिया को मिली, जिन्होंने तुरंत पुलिस आयुक्त दीपक कुमार से शिकायत की। शिकायत के बाद दरोगा विवेक चौहान ने रिश्वत की रकम वापस कर दी।
हालांकि, डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विवेक चौहान को तुरंत निलंबित कर दिया और विभागीय जांच के आदेश दिए।
आगे की कार्रवाई
पुलिस कमिश्नरेट की विभागीय जांच अब इस बात की पुष्टि करेगी कि क्या विवेक चौहान की कार्रवाई योजनाबद्ध थी या व्यक्तिगत रूप से हुई। आगरा पुलिस ने स्पष्ट किया है कि रिश्वत लेने वाले किसी भी कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।





