BY: MOHIT JAIN
बरसात का मौसम खत्म होते ही आगरा में डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ गया है। एसएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में रोजाना बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। बुधवार को यहां 70 से ज्यादा लोग बुखार, सिरदर्द और उल्टी जैसे लक्षणों के साथ इलाज कराने आए।
हालात इतने बिगड़ गए हैं कि मरीजों को अस्पताल के बाहर और ओपीडी के गलियारों में जमीन पर बैठकर घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
क्यों बढ़ रहे हैं डेंगू और मलेरिया के मामले?

फिजिशियन डॉ. शिवांग शर्मा के मुताबिक, घरों और मोहल्लों में जमा गंदा पानी मच्छरों के प्रजनन का सबसे बड़ा कारण है।
- बारिश के बाद छतों, गमलों, पुराने टायरों और तालाबों में पानी भर जाता है।
- यही पानी मच्छरों के लार्वा को पनपने का मौका देता है।
- संक्रमित मच्छर के काटने से डेंगू और मलेरिया तेजी से फैलते हैं।
अस्पतालों पर बढ़ा दबाव
एसएन मेडिकल कॉलेज में मरीजों की भीड़ लगातार बढ़ रही है। डॉक्टरों के अनुसार, पिछले कुछ हफ्तों में सिर्फ डेंगू और मलेरिया ही नहीं, बल्कि पीलिया और पेट संबंधी संक्रमणों के केस भी तेजी से सामने आ रहे हैं। दूषित भोजन और गंदा पानी इन बीमारियों को और बढ़ावा दे रहे हैं।
बचाव के लिए क्या करें?
विशेषज्ञों का कहना है कि थोड़ी सी सावधानी अपनाकर इन बीमारियों से बचा जा सकता है।
- घर और आसपास पानी जमा न होने दें।
- सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।
- बच्चों और बुजुर्गों को खास ध्यान में रखें।
- दूषित भोजन और बाहर का खाना खाने से बचें।
- बुखार, सिरदर्द, उल्टी या थकान जैसे लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
आगरा में डेंगू और मलेरिया का खतरा लगातार बढ़ रहा है और अस्पतालों में भीड़ इसका साफ संकेत है। ऐसे में जरूरत है कि लोग जागरूक रहें, स्वच्छता पर ध्यान दें और लक्षण दिखते ही इलाज कराएं। समय पर की गई सावधानी न सिर्फ बीमारियों को रोक सकती है, बल्कि कई जिंदगियां भी बचा सकती है।





