नारेबाजी करने वालों पर दर्ज हुआ केस
आगरा – शहर की ऐतिहासिक शाही जामा मस्जिद में शुक्रवार की नमाज के बाद माहौल उस वक्त तनावपूर्ण हो गया जब बड़ी संख्या में युवाओं ने प्रदर्शन और नारेबाजी शुरू कर दी। मस्जिद के बाहर अचानक भड़के इस हंगामे के बाद पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए करीब 60 युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
घटना का पूरा विवरण:
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को जामा मस्जिद में जानवर का सिर रखकर माहौल खराब करने की कोशिश की गई थी। इस घटना से आहत होकर शुक्रवार की नमाज के बाद नमाजियों ने जोरदार हंगामा किया और आरोपी को फांसी देने की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी।
पुलिस ने बताया कि हंगामा करने वालों ने बलवा, सरकारी कार्य में बाधा, और 7 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट की धाराओं के तहत गंभीर अपराध किए हैं। वीडियो फुटेज के आधार पर युवाओं की पहचान की जा रही है और जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई:
घटना की गंभीरता को देखते हुए तीन डीसीपी, पांच एसीपी और सिटी जोन की भारी फोर्स को मौके पर तैनात किया गया था। पुलिस ने मुख्य आरोपी नजीरुद्दीन को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया था।
डीसीपी सिटी का कहना है कि वीडियो फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर शेष उपद्रवियों को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
मस्जिद कमेटी का बयान:
मस्जिद कमेटी के पदाधिकारियों ने दावा किया है कि हंगामा करने वाले युवक मंटोला क्षेत्र के निवासी नहीं हैं और बाहर से आए थे। कमेटी ने प्रशासन से मांग की है कि मस्जिद की गरिमा बनाए रखने के लिए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
स्थिति नियंत्रण में:
पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया और अब हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं। शहर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी अफवाह या उपद्रव को रोका जा सके।
आगरा पुलिस प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और स्पष्ट किया है कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
यह घटना आगरा में सांप्रदायिक सौहार्द और कानून व्यवस्था की गंभीर परीक्षा बन गई है, और प्रशासन इसे सख्ती से संभालने में जुटा हुआ है।
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