BY: Yoganand Shrivastva
हैदराबाद से तिरुपति जा रही स्पाइसजेट की फ्लाइट SG 2696 को तकनीकी खराबी के चलते उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही वापस हैदराबाद लौटना पड़ा। विमान ने राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी, लेकिन उड़ान के दौरान बैक डोर लाइट (AFT Baggage Door Light) में रुक-रुककर रोशनी आने लगी, जिसके चलते पायलट ने एहतियातन वापसी का निर्णय लिया।
क्या हुआ तकनीकी गड़बड़ी?
स्पाइसजेट के मुताबिक, फ्लाइट टेक-ऑफ के बाद AFT बैगेज डोर लाइट में बार-बार लाइट ऑन-ऑफ हो रही थी। हालांकि, केबिन का दबाव और बाकी सभी पैरामीटर सामान्य रहे। ऐसे में इमरजेंसी लैंडिंग की स्थिति नहीं बनी, लेकिन यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए पायलट ने फ्लाइट को वापस हैदराबाद एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतारा।
यात्रियों की सुरक्षा बनी प्राथमिकता
स्पाइसजेट ने पुष्टि की है कि सभी यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं। उन्हें तिरुपति पहुंचाने के लिए दूसरे विमान की व्यवस्था कर दी गई है। एयरलाइंस ने बयान में कहा:
“19 जून को हैदराबाद से तिरुपति जा रही Q400 विमान में टेक-ऑफ के बाद बैग डोर चेतावनी लाइट जलती-बुझती रही। केबिन दबाव स्थिर रहा। ऐहतियातन पायलटों ने हैदराबाद लौटने का निर्णय लिया और विमान सुरक्षित उतरा। इमरजेंसी लैंडिंग की जरूरत नहीं पड़ी।”
यह घटना इंडिगो की खराबी के बाद आई
इस घटना से पहले इंडिगो एयरलाइंस की एक फ्लाइट, जो दिल्ली से लेह जा रही थी, उसमें भी तकनीकी खराबी आई थी। उस स्थिति में विमान को तुरंत दिल्ली एयरपोर्ट पर वापस लैंड कराया गया।
लगातार हो रही तकनीकी गड़बड़ियों ने यात्रियों की चिंता बढ़ा दी है और एविएशन सेक्टर में सुरक्षा मानकों को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
हालांकि, दोनों ही घटनाओं में कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ और सभी यात्री सुरक्षित हैं, लेकिन एक के बाद एक तकनीकी खामियों ने विमान कंपनियों की जांच प्रक्रिया और रखरखाव की प्रणाली पर ध्यान केंद्रित किया है। सुरक्षा प्राथमिकता है, लेकिन इससे यात्रियों का भरोसा भी जुड़ा है, जिसे बनाए रखना अब एयरलाइंस के लिए चुनौती बनता जा रहा है।