BY: Yoganand shrivastva
छतरपुर: जिले में सौंरा मंडल की नायब तहसीलदार ऋतु सिंघई पर गंभीर आरोप लगे हैं। ग्रामीणों और महिलाओं ने शिकायत की है कि उन्होंने खाद के टोकन लेने पहुंचे लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया, एक छात्रा को थप्पड़ मारा, किसान की कॉलर पकड़ ली और एक महिला से हाथापाई भी की। मामले की जानकारी मिलने पर कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने नायब तहसीलदार को नोटिस जारी करते हुए तुरंत स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है।
कलेक्टर ने कड़ा रुख अपनाया
जारी नोटिस में कहा गया है कि नायब तहसीलदार का व्यवहार मध्यप्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 का उल्लंघन है। कलेक्टर ने आदेश दिया है कि ऋतु सिंघई अपना पक्ष उसी दिन प्रस्तुत करें, अन्यथा विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जाएगी। अगर जवाब समय पर या संतोषजनक नहीं हुआ, तो एकतरफा कार्रवाई की जाएगी।
टोकन मांगने पर छात्रा को मारा थप्पड़
घटना बुधवार को परा गांव में तब हुई जब एमए तृतीय सेमेस्टर की छात्रा गुड़िया पटेल खाद का टोकन लेने पहुंची। छात्रा का कहना है कि वह दो महीने से खाद के लिए चक्कर लगा रही है। जब उसने टोकन देने की मांग की, तो नायब तहसीलदार ने कह दिया कि महिलाओं को टोकन नहीं दिए जाएंगे, सिर्फ पुरुषों को मिलेंगे।

गुड़िया के अनुसार, जब उसने दोबारा टोकन की मांग की, तो वहां बहस हो गई और नायब तहसीलदार ने उसे थप्पड़ जड़ दिया। अधिकारियों ने भीड़ बढ़ने का हवाला देते हुए बताया कि टोकन बांटना बंद कर दिया गया था और अब 6 दिसंबर से ही फिर टोकन वितरित किए जाएंगे।
कालाबाजारी के आरोप भी सामने आए
गुड़िया पटेल ने आरोप लगाया कि खाद की उपलब्धता के बावजूद उसे किसानों तक नहीं पहुंचाया जा रहा। उसका कहना है कि लगभग 15 ट्रक खाद स्टॉक में रखा गया है, लेकिन उसे ब्लैक मार्केट में ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है। उसने दावा किया कि नायब तहसीलदार भी इस गड़बड़ी में शामिल हैं और कमीशन लेकर खाद की कालाबाजारी करवाई जा रही है।
छात्रा ने बताया कि गांव की करीब 250 महिलाएं सुबह 2 बजे से लाइन में खड़ी रहती हैं, फिर भी उन्हें खाद नहीं मिलती। कई बार पैसे देने के बावजूद टोकन मिल जाता है, लेकिन खाद जारी नहीं की जाती। गुड़िया का कहना है कि वह इस अन्याय का विरोध जारी रखेगी और अधिकारियों को उनके व्यवहार का परिणाम भुगतना पड़ेगा।





