Report: Devendra Jaiswal
इंदौर: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संज्ञान में आई एक गंभीर शिकायत को लेकर IIM इंदौर में भारी हंगामा हुआ। आरोप है कि संस्थान की प्लेसमेंट कमेटी के सदस्य हर्षित केजरीवाल ने एक ऑफ-कैम्पस कार्यक्रम के दौरान तकरीबन पांच से छ छात्राओं के साथ कथित रूप से यौन उत्पीड़न किया। छात्राओं ने इस संबंध में संस्थान में औपचारिक शिकायत भी दर्ज कराई है। वही संबधित व्यक्ति के द्वारा घटना को एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी संस्थान स्तर पर कोई निर्णायक कार्रवाई न होने पर छात्रों में आक्रोश देखने को मिला। वही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि शिकायत के बावजूद हरकत करने छात्र अब भी कैंपस में सक्रिय है तथा संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट पर प्लेसमेंट कमेटी के सदस्य के रूप में उसका नाम प्रदर्शित है। परिषद ने आरोप लगाया कि प्लेसमेंट कमेटी, जिसका नेतृत्व मुहम्मद सुहैद कर रहे हैं और जिसके प्लेसमेंट इंचार्ज प्रो. अभिषेक मिश्रा हैं, पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए है। संगठन का कहना है कि कुछ हितधारक इसे “संस्थान की प्रतिष्ठा को नुकसान” का मुद्दा बताकर घटना की गंभीरता को कम आँकने की कोशिश कर रहे हैं, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मांग की है कि हरकत करने वाले छात्र को तुरंत प्लेसमेंट कमेटी, सभी छात्र-संबंधित जिम्मेदारियों और आवश्यकता पड़ने पर संस्थान से भी निलंबित किया जाए। साथ ही उस समय उसके पक्ष में खड़े रहे छात्रों या सहयोगियों की भूमिका की भी जाँच कर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। परिषद ने मौजूदा प्लेसमेंट कमेटी को तत्काल भंग कर पुनर्गठित करने की मांग की है, ताकि दबाव, प्रभाव या दुरुपयोग की आशंका समाप्त हो सके। अखिल विद्यार्थी परिषद ने संस्थान से निष्पक्ष, पारदर्शी और समयबद्ध जाँच की माँग करते हुए कहा कि पीड़ित छात्राओं को मानसिक, कानूनी और प्रशासनिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। संगठन के नेताओं का कहना है कि यह मुद्दा केवल कुछ छात्राओं का नहीं, बल्कि पूरे IIM इंदौर के नैतिक मूल्यों और सुरक्षा व्यवस्था से जुड़ा है। इसी को लेकर ABVP के कार्यकर्ताओं ने कैंपस के बाहर धरना देकर जोरदार नारेबाजी की। परिषद ने तीन दिन के भीतर कार्रवाई न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।





