BY: Yoganand Shrivastva
राजधानी दिल्ली के महिपालपुर स्थित शिव मूर्ति से लेकर वसंत कुंज की नेल्सन मंडेला रोड तक 5 किलोमीटर लंबी भूमिगत सुरंग (टनल) बनाई जा रही है। यह परियोजना दिल्ली के अत्यधिक भीड़भाड़ वाले इलाकों को ट्रैफिक से राहत दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
6-लेन की सुरंग, कुल लागत ₹3500 करोड़
यह अंडरग्राउंड टनल राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा लगभग ₹3500 करोड़ की लागत से बनाई जाएगी। सुरंग में दो मार्ग होंगे, जिनमें प्रत्येक में 3-3 लेन होंगी यानी कुल 6 लेन की यह हाईटेक टनल दिल्ली को गुरुग्राम और द्वारका से जोड़ेगी।
मिलेंगी अत्याधुनिक सुविधाएं
इस सुरंग को आधुनिकतम तकनीकों से लैस किया जाएगा, जिनमें शामिल हैं:
- इलेक्ट्रो-मैकेनिकल सिस्टम
- हाई-टेक वेंटिलेशन
- अग्निशमन की उन्नत व्यवस्था
- सीसीटीवी निगरानी
- कंट्रोल रूम
- इमरजेंसी एग्जिट रास्ते
ट्रैफिक दबाव होगा कम
यह टनल निर्माण के बाद रंगपुरी, धौला कुआं, राव तुला राम मार्ग और NH-48 जैसे ट्रैफिक से भरे इलाकों पर बोझ को कम करेगी। इसके साथ ही यह सुरंग पूर्वी व मध्य दिल्ली को दिल्ली-जयपुर हाईवे (NH-48), दिल्ली-दून एक्सप्रेसवे (NH-709B), अर्बन एक्सटेंशन रोड, द्वारका एक्सप्रेसवे और NH-44 व NH-10 जैसे महत्वपूर्ण मार्गों से जोड़ेगी।
कब शुरू होगा निर्माण?
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि इस परियोजना को केंद्र सरकार से स्वीकृति मिल चुकी है और यह ‘भविष्य की दिल्ली की आधारशिला’ साबित होगी। उन्होंने कहा कि तकनीकी औपचारिकताएं अंतिम चरण में हैं और 2026 की शुरुआत में टनल निर्माण का कार्य आरंभ होने की संभावना है।