रिपोर्ट: उमंग पांडेय, एडिट- विजय नंदन,
बस्ती:शहर में एक ऐसी कहानी सामने आई है जो किसी फिल्मी सस्पेंस से कम नहीं है। पहले दोस्ती, फिर प्यार का इज़हार और फिर मोबाइल पर शुरू होती थीं अश्लील बातें और वीडियो कॉल। कुछ ही दिनों में लवी सिंह नाम की यह महिला सामने वाले युवक को अपने प्रेम जाल में फंसा लेती थी फिर वही फोन कॉल और अश्लील वीडियो बन जाता था ब्लैकमेलिंग का हथियार निजी तस्वीरें और वीडियो वायरल करने की धमकी देकर लाखों रुपये की उगाही की जाती थी। अब बस्ती पुलिस ने इस हनीट्रैप गैंग की “मुख्य किरदार” लवी सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि अब तक तीन लोगों से 10 लाख रुपये से ज्यादा वसूले जा चुके हैं। साइबर लव के इस खेल ने फिर साबित कर दिया। हर मीठी बात के पीछे मंशा मीठी नहीं होती।
प्यार का जाल, ब्लैकमेल और फिर वसूली का खेल
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि लवी सिंह पहले लोगों से सोशल मीडिया और मोबाइल के जरिए संपर्क बनाती थी। बातचीत के बाद जब रिश्ता नजदीकी में बदल जाता, तो वह प्राइवेट फोटो और वीडियो बना लेती थी। इसके बाद शुरू होता था ब्लैकमेलिंग का सिलसिला वीडियो वायरल करने की धमकी देकर वह लाखों रुपये की उगाही करती थी। अब तक की जांच में सामने आया है कि आरोपी महिला ने तीन लोगों से करीब 10 लाख रुपये की उगाही की है।

शिकायत के बाद खुला राज
मामले की शुरुआत तब हुई जब बीना त्रिपाठी नामक महिला ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि किसी महिला ने उनके पति को अपने जाल में फंसा लिया है और उनसे लगातार पैसे ऐंठ रही है।
शिकायत के बाद पुलिस सक्रिय हुई और जांच शुरू की। जांच में जो सामने आया, उसने सभी को चौंका दिया — लवी सिंह ने न सिर्फ उनके पति बल्कि कई अन्य लोगों को भी अपने हनी ट्रैप में फंसा रखा था।
पुलिस की कार्रवाई और खुलासे: सीओ सत्येंद्र भूषण तिवारी ने बताया कि शिकायत के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लवी सिंह को गिरफ्तार किया। जांच में यह बात सामने आई कि वह पहले भी दो मामलों में लोगों को हनी ट्रैप में फंसा चुकी है और उनसे मोटी रकम वसूल चुकी है।
पुलिस ने आरोपी के बैंक खातों और कॉल डिटेल्स की जांच शुरू कर दी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस रैकेट में और कौन-कौन शामिल है। पुलिस ने लवी सिंह के खिलाफ धारा 308(5), 308(6), 352, 351(3) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है और उसे जेल भेज दिया गया है।
सीओ सत्येंद्र भूषण तिवारी का बयान: “शिकायत के बाद जांच की गई तो पता चला कि आरोपी महिला लोगों को हनी ट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल करती थी। अब तक तीन लोगों से लगभग 10 लाख रुपये की वसूली के सबूत मिले हैं। आगे की जांच जारी है।”