BY: Yoganand Shrivastva
उत्तर प्रदेश: देवरिया जिले के महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज में सोमवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब कॉलेज परिसर में बनी पानी की टंकी से एक अज्ञात व्यक्ति का सड़ा हुआ शव बरामद हुआ। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और कई घंटों की मेहनत के बाद शव को बाहर निकाला गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जबकि मृतक की पहचान अब तक नहीं हो सकी है।
टंकी सील कराई गई, पानी की सप्लाई बंद
घटना के बाद मंगलवार को जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया और जहां शव मिला था, उस पानी की टंकी को तत्काल सील करने के निर्देश दिए। उन्होंने पूरे मामले को गंभीर लापरवाही बताते हुए नाराजगी जताई। जिलाधिकारी ने कॉलेज प्रशासन से पूछा कि जब मरीज और तीमारदार इसी पानी का उपयोग कर रहे थे, तब टंकी की नियमित जांच क्यों नहीं की गई।
चार सदस्यीय जांच समिति गठित
DM ने मौके पर ही एक चार सदस्यीय जांच समिति बनाई है, जिसमें मुख्य विकास अधिकारी (CDO), मुख्य राजस्व अधिकारी (CRO), अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (ACMO) और सर्किल ऑफिसर (CO) सदर को शामिल किया गया है। समिति को निर्देश दिया गया है कि एक दिन के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
पानी की वैकल्पिक व्यवस्था शुरू
सावधानी के तौर पर मेडिकल कॉलेज की मुख्य पानी सप्लाई लाइन बंद कर दी गई है और अब अस्थायी रूप से टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जा रही है। DM ने कॉलेज प्रशासन को निर्देश दिया है कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, तब तक किसी भी परिस्थिति में इस टंकी से पानी का उपयोग न किया जाए।
जांच जारी, जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई
प्रशासन और पुलिस संयुक्त रूप से इस बात की जांच कर रहे हैं कि शव पानी की टंकी में कैसे पहुंचा और इसके लिए कौन जिम्मेदार है। फिलहाल, कॉलेज के रिकॉर्ड रूम और सुरक्षा रजिस्टर की भी जांच की जा रही है। डीएम ने कहा कि यह मामला मरीजों की सुरक्षा और जनस्वास्थ्य से जुड़ा अत्यंत गंभीर मामला है, और दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों या कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।