ग्वालियर में एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट के दूसरे चरण की शुरुआत हो चुकी है। इस काम के चलते नदी गेट पर लगे ट्रैफिक सिग्नल और सीसीटीवी कैमरों को हटाया जाएगा। पहले ही फूलबाग चौराहे का आईटीएमएस बंद किया जा चुका है।
एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट का दूसरा चरण
ग्वालियर में लोक निर्माण विभाग (PWD) लक्ष्मीबाई समाधि स्थल से गिरवाई पुलिस चौकी तक दूसरे चरण का निर्माण कार्य कर रहा है।
- इस कार्य के चलते नदी गेट पर लगे आईटीएमएस (इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) को हटाया जाएगा।
- काम पूरा होने के बाद आईटीएमएस को तीन नए स्थानों पर स्थापित किया जाएगा।
- अनुमानित खर्च: करीब 24 लाख रुपये।
स्मार्ट सिटी और आईटीएमएस सिस्टम
ग्वालियर स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन वर्तमान में आईटीएमएस सिस्टम संचालित कर रही है।
- फूलबाग चौराहा – यहां का ट्रैफिक सिग्नल पहले ही बंद कर दिया गया है, हालांकि कैमरे अभी भी चालू हैं।
- गुरुद्वारा-फूलबाग चौराहा – यहां पर स्पीड राडार सिस्टम सक्रिय है, जो तेज रफ्तार वाहनों पर नजर रखता है।
- नदी गेट चौराहा – यहां से शिंदे की छावनी, इंदरगंज, महल गेट और गुरुद्वारा चौराहे के लिए रास्ते जाते हैं। यहां वाहनों की मॉनिटरिंग सीसीटीवी कैमरों के जरिए होती है।
कैमरे और सिग्नल कहां हटेंगे?
- नदी गेट पर लगे ट्रैफिक सिग्नल और सीसीटीवी कैमरे हटेंगे।
- फूलबाग चौराहे का ट्रैफिक सिग्नल पहले ही बंद किया जा चुका है।
- स्पीड राडार और मॉनिटरिंग सिस्टम भी अस्थायी रूप से प्रभावित रहेंगे।
पीडब्ल्यूडी की सहमति और खर्च
स्मार्ट सिटी ने तीन जंक्शनों से सिस्टम हटाने और उन्हें फिर से स्थापित करने का प्रस्ताव दिया था।
- पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) ने इस पर अपनी सहमति दे दी है।
- पहले चरण में सिस्टम हटाने पर करीब 1.80 लाख रुपये खर्च किए गए थे।
- दूसरे चरण में यह खर्च बढ़कर 24 लाख रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।
कार्यपालन यंत्री लोनिवि सेतु निर्माण, जोगिंदर सिंह यादव ने पुष्टि की कि पीडब्ल्यूडी ने सभी प्रस्तावों पर सहमति जता दी है।
ग्वालियर का एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके चलते शहर के कई प्रमुख चौराहों पर लगे ट्रैफिक सिग्नल और सीसीटीवी कैमरे हटाए जा रहे हैं। हालांकि, निर्माण कार्य के बाद इन सिस्टम्स को नए स्थानों पर फिर से स्थापित किया जाएगा ताकि यातायात व्यवस्था बेहतर बनी रहे।





