आगरा के विजय नगर क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक लोहा व्यापारी के खाते से गलती से 10 लाख रुपये किसी और के खाते में ट्रांसफर हो गए। रकम लौटाने के बजाय आरोपी ने न केवल पैसे अपने पास रखे, बल्कि धमकी भी देने लगा।
मामला कैसे शुरू हुआ
विजय नगर निवासी संजीव अग्रवाल लोहे के व्यापारी हैं। 18 जनवरी को उन्होंने अपने व्यापारी साथी शैलेंद्र अग्रवाल के खाते में NEFT के जरिए 10 लाख रुपये भेजने का प्रयास किया।
लेकिन तकनीकी या मानवीय त्रुटि के चलते यह रकम सैंया निवासी श्रीनिवास के खाते में पहुंच गई।
रकम लौटाने से इनकार और धमकी
- संजीव अग्रवाल ने जब गलती का पता लगाया, तो तुरंत श्रीनिवास से संपर्क किया और पैसे लौटाने को कहा।
- शुरुआत में बातचीत सामान्य रही, लेकिन बाद में श्रीनिवास की नीयत बदल गई।
- उसने पैसे लौटाने के बजाय खाते से 2 लाख रुपये निकालकर दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दिए।
- रकम की वापसी मांगने पर श्रीनिवास ने धमकी देना शुरू कर दिया।
- व्यापारी के अकाउंटेंट को भी आरोपी के घर जाकर धमकियों का सामना करना पड़ा, यहां तक कि झूठे मुकदमे में फंसाने की बात कही गई।
पुलिस कार्रवाई
पीड़ित व्यापारी ने पूरे मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई है। पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मामला फिलहाल जांच के अधीन है और पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना से सीख
- बड़ी रकम ट्रांसफर करने से पहले खाते की डिटेल्स को दोबारा जांचें।
- किसी भी गलत ट्रांसफर के मामले में तुरंत बैंक और पुलिस को सूचित करें।
- बिना लिखित और सुरक्षित लेनदेन के निजी बातचीत में रकम की वापसी पर निर्भर न रहें।





