जर्मनी के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में रविवार को एक बड़ा रेल हादसा हुआ, जब सिगमारिंगन से उल्म जा रही एक यात्री ट्रेन जंगल के बीच पटरी से उतर गई। इस भीषण हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक यात्री घायल हो गए।
ट्रेन में उस समय करीब 100 लोग सवार थे। हादसा स्थानीय समय अनुसार शाम 6:10 बजे रिडलिंगन शहर के पास हुआ।
दो डिब्बे पूरी तरह पलटे
जर्मन रेल ऑपरेटर डॉयचे बान ने पुष्टि की है कि ट्रेन के दो डिब्बे पूरी तरह पटरी से उतर गए। हादसे के बाद आसपास के 40 किलोमीटर इलाके में ट्रैफिक रोक दिया गया और बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया।
खराब मौसम और भूस्खलन की आशंका
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स और मौसम विभाग के अनुसार:
- दक्षिणी जर्मनी में भारी बारिश और तूफान का असर
- भूस्खलन की संभावना को हादसे की वजह माना जा रहा है
- मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी की थी
घायलों की संख्या 50 के पार
राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है।
- फायर ब्रिगेड और मेडिकल टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं
- कई घायलों को हेलिकॉप्टर से अस्पताल भेजा गया
- कुछ घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है
जर्मन चांसलर का बयान
जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने हादसे पर गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा:
- मृतकों के परिवारों को संवेदना
- राहत और बचाव कार्य में हर संभव मदद का आश्वासन
- रेलवे सिस्टम की सुरक्षा पर फिर से सवाल खड़े हुए
जर्मनी के रेलवे हादसों का इतिहास
यह कोई पहला बड़ा हादसा नहीं है। जर्मनी में पहले भी कई गंभीर ट्रेन दुर्घटनाएं हो चुकी हैं:
- जून 2022: बवेरियन एल्प्स के पास ट्रेन हादसे में 4 की मौत
- 1998: लोअर सेक्सोनी के एशेडे में हाई-स्पीड ट्रेन दुर्घटना, 101 की मौत
यह हादसा न केवल यात्रियों के लिए दुखद है, बल्कि जर्मनी के रेलवे सिस्टम की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। खराब मौसम और बुनियादी ढांचे की चुनौतियां बार-बार सामने आ रही हैं। जांच रिपोर्ट से ही साफ होगा कि इस त्रासदी की असली वजह क्या थी।