जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है। तब से प्रदेश और देश की सियासत गरमाई हुई है। अब इसी से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने बसपा सुप्रीमो मायावती को जम्मू कश्मीर चुनाव में गठबंधन का प्रस्ताव दिया था। लेकिन सूत्रों की मानें तो यूपी की पूर्व सीएम ने अब्दुल्ला के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने बीएसपी के शीर्ष नेतृत्व से आगामी चुनावों गठबंधन के लिए बात की थी। लेकिन कांग्रेस के साथ उमर की बातचीत की वजह से मायावती ने साफ इंकार कर दिया।
बता दें कि, साल 2014 के विधानसभा चुनाव में कठुआ विधानसभा सीट पर बसपा को 31.65 फीसदी वोट मिले थे। इतनी फीसदी वोट को देखकर कांग्रेस,बीजेपी और एनसी भी चौंक गए थे। इसी को देखते हुए एनसी नेता अब्दुल्ला की ओर से बसपा को साधने की कोशिश की गई लेकिन मायावती ने अलायंस करने से माना कर दिया। गौरतलब है कि बसपा को साल 1996 के चुनाव में जम्मू कश्मीर में 4 और 2002 में एक सीट पर सफलता हासिल हुई थी।
3 चरणों में होंगे चुनाव
बता दें कि एक दशक के बाद जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र का पर्व लौटा है। चुनाव आयोग ने बताया था कि जम्मू कश्मीर में 3 चरणों में चुनाव होंगे और नतीजे 4 अक्टूबर को ही घोषित किए जाएंगे।
जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव
18 सिंतबर को पहले चरण का चुनाव
25 सितंबर को दूसरे चरण का चुनाव
1 अक्टूबर को तीसरे चरण का चुनाव
नतीजे- 4 अक्टूबर
जम्मू-कश्मीर में कुल 87.09 लाख मतदाता
चुनाव आयोग प्रमुख राजीव कुमार ने बताया था कि, जम्मू-कश्मीर में कुल 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 74 सामान्य, एससी-7 और एसटी-9 हैं। जम्मू-कश्मीर में कुल 87.09 लाख मतदाता होंगे, जिनमें से 44.46 लाख पुरुष, 42.62 लाख महिलाएं, 3.71 लाख पहली बार मतदाता और 20.7 लाख युवा मतदाता हैं।