BY: Yoganand Shrivastva
हरदा, मध्य प्रदेश, मध्य प्रदेश के हरदा जिले में उस वक्त तनाव का माहौल बन गया जब कांग्रेस विधायक अभिजीत साहू और पुलिसकर्मियों के बीच एक तीखी बहस हो गई। यह वाकया हरदा लाठीचार्ज प्रकरण से जुड़ा है, जहां कांग्रेस नेताओं ने राजपूत समाज के समर्थन में ज्ञापन देने के लिए कलेक्टर कार्यालय की ओर रुख किया था। उसी दौरान यह विवाद सामने आया।
इस बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें विधायक पुलिसकर्मी से नाराज होते हुए कहते दिखाई देते हैं, “अबे ओए, तूने हाथ कैसे पकड़ा?” यह टकराव उस समय हुआ जब कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बेटे व पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह और विधायक अभिजीत साहू, टिमरनी से कांग्रेस विधायक अभिजीत शाह के साथ हरदा पहुंचे थे।
कांग्रेस नेताओं का कहना था कि वे राजपूत समाज के प्रतिनिधिमंडल के साथ ज्ञापन देने जा रहे थे, जिसकी पहले से अनुमति थी। हालांकि कलेक्टर कार्यालय के बाहर पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इसी दौरान कथित तौर पर एक पुलिसकर्मी ने विधायक के साथ हाथापाई की कोशिश की, जिससे विधायक भड़क उठे।
जयवर्धन सिंह ने मौके पर स्थिति संभालने की कोशिश की और पुलिस से कहा, “रोकिए मत, ये विधायक हैं।” लेकिन अभिजीत शाह पहले ही नाराज हो चुके थे। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने जानबूझकर उनके साथ बदसलूकी की क्योंकि वे राजपूत समाज के साथ खड़े थे।
विधायक ने क्या कहा?
अभिजीत शाह ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“अगर मुझे विधायक न भी मानो, तो कम से कम एक नागरिक तो समझो। पुलिस जिस तरह से व्यवहार कर रही थी, वह पूरी तरह अनुचित था। उन्हें शायद यह लगा कि मैं भी राजपूत हूं, इसलिए उसी अंदाज में मेरे साथ बर्ताव किया गया। मेरे हाथ को पकड़ कर खींचा गया, ये प्रोटोकॉल के खिलाफ है।”
उन्होंने यह भी कहा कि कलेक्टर से पहले ही यह तय हो चुका था कि राजपूत समाज के केवल 5 प्रतिनिधि ज्ञापन सौंपेंगे, जिनमें अध्यक्ष भी शामिल होंगे, लेकिन उन्हें गेट पर रोक दिया गया।
हरदा लाठीचार्ज विवाद
यह पूरा विवाद हरदा में हुए एक लाठीचार्ज कांड से जुड़ा है। इंदौर के एक व्यापारी से हीरे की खरीद-फरोख्त के मामले में असंतुष्ट होकर श्री करणी सेना से जुड़े राजपूत समाज के लोगों ने खंडवा बायपास पर धरना प्रदर्शन शुरू किया था। लगभग 16 घंटे तक सड़क जाम रही, जिसके बाद रविवार सुबह पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए प्रदर्शन को खत्म कराया।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले छोड़े, और अंततः लाठीचार्ज कर दिया गया। इस कार्रवाई में लगभग 60 लोगों को हिरासत में लिया गया था। इसके विरोध में ही कांग्रेस नेता व राजपूत समाज के लोग सोमवार को ज्ञापन देने पहुंचे थे।





