भारत में सोने के दाम लगातार दूसरे दिन गिरे हैं। 24 कैरेट सोने के 100 ग्राम की कीमत में दो दिन में ₹6,000 की गिरावट आई है। इस गिरावट के पीछे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महंगाई में बढ़ोतरी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व से जुड़ी ब्याज दरों की नीतियां मानी जा रही हैं।
अगर आप जानना चाहते हैं कि सोने की कीमतें और नीचे जाएंगी या अब वापस बढ़ेंगी, तो यहां आपको मिलेगा पूरा विश्लेषण और 17 जुलाई के लिए सोने का अनुमान।
🪙 भारत में ताज़ा सोने के दाम (16 जुलाई 2025 तक)
| कैरेट | प्रति ग्राम | 10 ग्राम | 100 ग्राम |
|---|---|---|---|
| 24K | ₹9,927 | ₹99,270 | ₹9,92,700 |
| 22K | ₹9,099 | ₹90,990 | ₹9,09,900 |
| 18K | ₹7,445 | ₹74,450 | ₹7,44,500 |
- 16 जुलाई को 24 कैरेट सोने में ₹4,900 की गिरावट दर्ज की गई।
- 15 जुलाई को भी 24 कैरेट सोना ₹1,100 नीचे गिरा था।
- कुल मिलाकर, 15-16 जुलाई के बीच 24K सोने में ₹6,000 और 22K सोने में ₹5,500 की गिरावट हुई।
📊 MCX पर सोना-चांदी का हाल
- MCX सोना (16 जुलाई): ₹97,800 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ, जिसमें ₹12 की मामूली बढ़त रही। दिन में यह ₹98,282 तक गया था।
- MCX चांदी: ₹1,11,651 प्रति किलो पर बंद हुई, ₹16 की बढ़त के साथ। इंट्राडे हाई ₹1,12,295 रहा।
यह हल्की रिकवरी दर्शाती है कि निवेशक धीरे-धीरे वापसी कर रहे हैं, लेकिन बाज़ार का रुख अभी भी सतर्क बना हुआ है।
🔍 सोने के दाम क्यों गिरे?
सोने की कीमतों में आई गिरावट के पीछे कई अंतरराष्ट्रीय कारण हैं:
- अमेरिकी महंगाई दर: जून में सालाना 2.7% रही – पिछले 5 महीनों की सबसे ऊंची दर।
- ब्याज दर में कटौती की उम्मीदें घटीं: महंगाई बढ़ने से फेडरल रिजर्व अब जल्द दर नहीं घटा सकता।
- डॉलर मजबूत हुआ: डॉलर इंडेक्स 98.7 तक पहुंचा, जिससे सोने की मांग कमजोर पड़ी।
- व्यापार सौदे और पॉजिटिव सेंटीमेंट: अमेरिका-चीन और अमेरिका-इंडोनेशिया डील के चलते निवेशकों ने सोने की जगह शेयरों की ओर रुख किया।
📅 17 जुलाई के लिए सोने का अनुमान: जानिए विशेषज्ञों की राय
🔸 जतीन त्रिवेदी – वीपी, रिसर्च, LKP सिक्योरिटीज
“सोने की कीमतें ₹96,500 से ₹98,500 के दायरे में बनी रह सकती हैं। महंगाई के आंकड़े और वैश्विक रिस्क फैक्टर अभी भी निवेशकों को सोने की ओर मोड़ सकते हैं।”
🔸 कैनात चैनवाला – एवीपी, कोटक सिक्योरिटीज
“अब केवल 43 बेसिस प्वाइंट की ब्याज दर कटौती की उम्मीद है। वहीं, वैश्विक व्यापार और केंद्रीय बैंक की खरीदारी सोने की कीमतों को सपोर्ट दे सकती हैं।”
🌍 वैश्विक घटनाएं और सोने पर प्रभाव
- ट्रम्प का टैरिफ हमला: अमेरिका 1 अगस्त से 25 देशों पर 25% टैक्स लगाने जा रहा है, जिनमें मेक्सिको, कनाडा और यूरोपीय संघ शामिल हैं।
- इंडोनेशिया के साथ व्यापार समझौता: निवेशकों का भरोसा बढ़ा लेकिन सोने की मांग पर असर पड़ा।
- केंद्रीय बैंकों की खरीदारी:
- मई में 20 टन की शुद्ध खरीद (कज़ाखस्तान, तुर्की, पोलैंड, सिंगापुर सबसे आगे)।
- चीन ने जून में खरीदारी जारी रखी, नवंबर से अब तक कुल 34.2 टन खरीदे गए।
💡 निवेशकों के लिए सलाह
- शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स: इस हफ्ते आने वाले अमेरिकी PPI और जॉबलेस क्लेम डेटा पर नज़र रखें।
- लॉन्ग टर्म निवेशक: अगर आप लंबे समय के लिए निवेश कर रहे हैं, तो ये गिरावट आपके लिए सुनहरा मौका हो सकता है।
- ज्वेलरी खरीदार: शादी या त्योहार के लिए सोना खरीदने का यह सही समय है।
🔮 निष्कर्ष: उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहेगा
अमेरिकी डेटा और वैश्विक व्यापार समझौते सोने की कीमतों को प्रभावित कर रहे हैं। हालांकि, केंद्रीय बैंकों की खरीद और महंगाई का डर सोने की मांग को बनाए रख सकता है। 17 जुलाई और उसके बाद के कुछ दिन सोने की दिशा तय करेंगे।
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